
Up Kiran, Digital Desk: आज का दिन बेहद खास है, क्योंकि आज देश अपने दो महापुरुषों—राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री—को उनकी जयंती पर याद कर रहा है। इस मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में गोरखनाथ मंदिर में दोनों नेताओं के चित्रों पर फूल चढ़ाकर उन्हें अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि दी। उन्होंने सिर्फ़ फूल ही नहीं चढ़ाए, बल्कि यह भी बताया कि कैसे ‘डबल इंजन’ की सरकार बापू और शास्त्री जी के सपनों को साकार करने में दिन-रात जुटी हुई है।
गांधी जी के ‘स्वदेशी’ का सपना आज कैसे बन रहा है हक़ीक़त
महात्मा गांधी को याद करते हुए CM योगी ने कहा, "बापू के नेतृत्व में ही दुनिया ने भारत की आज़ादी की लड़ाई में सत्य और अहिंसा की ताक़त देखी थी।" उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि गांधीजी के लिए ‘स्वदेशी’ सिर्फ़ एक नारा नहीं, बल्कि देश को जोड़ने वाली एक शक्ति थी।
उन्होंने कहा, “आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वही स्वदेशी का सपना एक मॉडल बन चुका है। उत्तर प्रदेश की ‘एक ज़िला, एक उत्पाद’ (ODOP) योजना इसी स्वदेशी की भावना से प्रेरित है और आज दुनिया भर में अपनी पहचान बना रही है।” मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि अब स्वदेशी सिर्फ़ खादी तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह हमारे रोज़मर्रा के जीवन का हिस्सा बन गया है। आज ‘चिप्स’ से लेकर ‘जहाज’ तक, भारत आत्मनिर्भरता की ओर तेज़ी से बढ़ रहा है।
योगी ने बताया कि हाल ही में ग्रेटर नोएडा में हुए इंटरनेशनल ट्रेड शो ने उत्तर प्रदेश के उत्पादों को एक वैश्विक मंच दिया। इतना ही नहीं, अब तो ब्रह्मोस मिसाइल, AK राइफल और बबल स्कॉट पिस्टल जैसे विश्व स्तरीय रक्षा उपकरण भी यूपी के डिफेंस कॉरिडोर में बन रहे हैं।
दिवाली से पहले हर ज़िले में लगेंगे स्वदेशी मेले
इस स्वदेशी आंदोलन को और बढ़ावा देने के लिए, मुख्यमंत्री ने एक बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि दिवाली से पहले राज्य के हर ज़िले में इंटरनेशनल ट्रेड शो की तरह ही ‘स्वदेशी मेले’ लगाए जाएँगे। साथ ही, खादी उत्पादों पर 25 प्रतिशत की छूट भी आज से लागू हो गई है। उन्होंने लोगों से अपील की कि इस दिवाली पर एक-दूसरे को खादी और स्वदेशी सामान ही तोहफे में दें। इससे न सिर्फ़ हमारे कारीगरों को सम्मान मिलेगा, बल्कि रोज़गार भी बढ़ेगा और देश की अर्थव्यवस्था भी मज़बूत होगी।
"साफ़-सफ़ाई अब भारत की पहचान बन गई है"
CM योगी ने गांधीजी के स्वच्छता के संदेश को याद करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने ‘स्वच्छ भारत मिशन’ के ज़रिए इस सपने को एक नई ऊँचाई दी है। इस मिशन के तहत देश भर में 12 करोड़ शौचालय बनाए गए, जिससे महिलाओं को सम्मान मिला और परिवार बीमारियों से बचे।
लाल बहादुर शास्त्री: सादगी और दृढ़ता की मिसाल
पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी को श्रद्धांजलि देते हुए योगी ने उन्हें एक सच्चा गांधीवादी और आत्मनिर्भरता का प्रतीक बताया। उन्होंने शास्त्री जी के नारे ‘जय जवान, जय किसान’ को याद करते हुए कहा कि उन्होंने देश को अनाज के मामले में आत्मनिर्भर बनाया।
साथ ही, उन्होंने यह भी साफ़ कर दिया था कि भारत शांति का समर्थक है, लेकिन अगर उस पर युद्ध थोपा गया, तो वह मुँहतोड़ जवाब देगा। 1965 के युद्ध में उनके नेतृत्व में मिली शानदार जीत ने दुनिया के सामने भारत की ताक़त को साबित कर दिया था।