
Up Kiran, Digital Desk: क्या आप भी कृष्ण जन्माष्टमी के पावन अवसर पर अपने जीवन में सुख, समृद्धि और मनचाही खुशियाँ लाना चाहते हैं? इस साल 16 अगस्त 2025 को आने वाली जन्माष्टमी न केवल भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव का पर्व है, बल्कि यह आपके जीवन में सकारात्मकता और सौभाग्य लाने का एक सुनहरा अवसर भी है। पौराणिक मान्यताओं और ज्योतिषीय सलाह के अनुसार, कुछ विशेष उपाय करने से आप कान्हा की कृपा प्राप्त कर सकते हैं और अपनी मनोकामनाओं को पूरा कर सकते हैं।
जन्माष्टमी का दिन भक्तों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। इस दिन भक्त उपवास रखते हैं, मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना करते हैं, और लड्डू गोपाल को झूला झुलाकर उनका जन्मोत्सव मनाते हैं। इस अवसर पर किए गए छोटे-छोटे उपाय आपके जीवन में बड़े बदलाव ला सकते हैं। आइए जानते हैं कुछ ऐसे ही चमत्कारी उपाय जो आपकी झोली खुशियों और धन-धान्य से भर देंगे।
तुलसी का स्पर्श: समृद्धि और सुख का रहस्य
तुलसी को माँ लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है और भगवान विष्णु (जिनके अवतार श्रीकृष्ण हैं) को भी तुलसी अत्यंत प्रिय है। जन्माष्टमी के दिन तुलसी से जुड़े कुछ उपाय विशेष फलदायी होते हैं:
धन-धान्य की प्राप्ति: जन्माष्टमी पर सुबह-शाम तुलसी के पौधे के पास गाय के घी का दीपक जलाएं और भगवान विष्णु का ध्यान करें। मान्यता है कि ऐसा करने से धन-संपदा बढ़ती है।
सकारात्मकता का संचार: जन्माष्टमी पूजन के समय भगवान श्रीकृष्ण को माखन-मिश्री का भोग लगाएं और उसमें तुलसी दल अवश्य शामिल करें। साथ ही, उन्हें तुलसी की माला अर्पित करना भी अत्यंत शुभ माना गया है।[1] इससे जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और सुख-समृद्धि आती है।
इच्छा पूर्ति: यदि आप किसी विशेष मनोकामना की पूर्ति चाहते हैं, तो जन्माष्टमी पर तुलसी का पौधा घर लाएं और उसे पूर्व दिशा में लगाएं। प्रतिदिन उसकी पूजा करें और 3 या 7 बार परिक्रमा करें। इससे पारिवारिक सुख बना रहता है और विवाहित जीवन भी सुखी होता है।
शुभता का प्रतीक: जन्माष्टमी के दिन तुलसी का पौधा घर लाना और उसकी नित्य पूजा करना मां लक्ष्मी को प्रसन्न करता है।[1]
मोरपंख का जादू: घर में लाए खुशियाँ और शांति
भगवान श्रीकृष्ण को मोरपंख अत्यंत प्रिय है, यही कारण हैकि वे इसे अपने मुकुट में धारण करते हैं। जन्माष्टमी पर घर में मोरपंख रखना बेहद शुभ माना जाता है:
समृद्धि का वास: घर के मंदिर या पूजा स्थल पर, विशेषकर यदि वहां श्रीकृष्ण की तस्वीर हो, तो उसके पास मोरपंख रखें। इससे घर में सुख-सौभाग्य और आशीर्वाद का प्रवाह बढ़ता है।
सकारात्मक ऊर्जा: लिविंग रूम में मोरपंख रखने से घर में सुख-शांति और सौहार्द का वातावरण बनता है।इसे तिजोरी या धन रखने के स्थान पर या घर की उत्तर दिशा में रखने से आर्थिक स्थिरता और समृद्धि बढ़ने की संभावना रहती है
विद्यार्थियों के लिए: बच्चों के स्टडी रूम या पढ़ाई करने की जगह पर मोरपंख रखने से वहां का माहौल सकारात्मक और शांत बना रहता है, जिससे ध्यान भटकता नहीं।
समझ बनाए रखने के लिए बेडरूम में मोरपंख का जोड़ा रखना शुभ माना जाता है।
नकारात्मक ऊर्जा से बचाव: भगवान कृष्ण को मोरपंख अर्पित कर उसे घर के मुख्य स्थान पर रखने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और जीवन में सफलता मिलती है।
पीला रंग: कान्हा का प्रिय, समृद्धि का द्वार
भगवान श्रीकृष्ण को 'पीतांबरधारी' भी कहा जाता है, क्योंकि पीला रंग उन्हें अति प्रिय है। जन्माष्टमी पर पीले रंग का प्रयोग विशेष फलदायी होता है:
आर्थिक विकास: जन्माष्टमी के दिन लड्डू गोपाल को पीले रंग के वस्त्र, पीले फूल और पीली मिठाई अर्पित करें।[5] यह उपाय उन्हें प्रसन्न करता है और आपकी आर्थिक समस्याओं को दूर करने में मदद करता है।[5]
दिव्य ऊर्जा: पीले रंग को समृद्धि और ज्ञान का प्रतीक माना जाता है।[6] पीला रंग सूर्य की ऊर्जा, जीवन शक्ति और ज्ञान का प्रतीक है, और यह भगवान विष्णु से भी जुड़ा है। अपने पूजा स्थल को पीले फूलों से सजाएं या पीले वस्त्र धारण करें।
इच्छा पूर्ति का अचूक मंत्र और बांसुरी का जादू
चांदी की बांसुरी: जन्माष्टमी पर चांदी की बांसुरी खरीदकर उस पर अपनी विश (इच्छा) लिखें और उसे लड्डू गोपाल के चरणों में अर्पित करें।फिर उस बांसुरी को घर लाकर मंदिर में रखें। चांदी की बांसुरी अपने आप में बहुत सकारात्मक होती है, यह जीवन में समृद्धि बढ़ाती है और लक्ष्मी का आगमन करती है। यह रेमेडी पैसों, रिश्तों, बच्चों, कोर्ट केस या किसी भी अन्य समस्या से जुड़ी विश के लिए बहुत प्रभावी मानी जाती है।
मंत्र जाप: जन्माष्टमी पर "ॐ नमो भगवते वासुदेवाय" जैसे शक्तिशाली मंत्रों का जाप करना अत्यंत लाभकारी होता है। इससे जीवन के सभी संकट समाप्त होते हैं और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
अन्य चमत्कारी उपाय जो बदल सकते हैं आपकी किस्मत!
गाय को चारा खिलाना: जन्माष्टमी पर गाय को केला, गुड़ या हरी घास खिलाना अत्यंत शुभ होता है, क्योंकि गायें भगवान कृष्ण की प्रिय हैं।
दान-पुण्य: इस दिन जरूरतमंदों को वस्त्र या भोजन दान करने से भगवान श्रीकृष्ण प्रसन्न होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
अपने घर में एक सुंदर सी बांसुरी या उसकी तस्वीर रखना भी सौभाग्य और प्रेम को आमंत्रित करता है।[8]
भोग में तुलसी: जन्माष्टमी पूजन के समय भगवान श्रीकृष्ण को माखन-मिश्री का भोग अवश्य लगाएं, और भोग में तुलसी दल का प्रयोग करें ऐसा करने से मनवांछित फल की प्राप्ति होती है।
सेवा का महत्व: जन्माष्टमी पर मंदिर जाकर सेवा करना, सफाई में मदद करना या प्रसाद बांटना भी पुण्य का कार्य माना जाता है, जिससे सकारात्मक ऊर्जा आकर्षित होती है।
प्रसाद का भोग: दही और शहद मिलाकर बनाया गया प्रसाद लड्डू गोपाल को अर्पित करने और फिर परिवार में बांटने से घर में समृद्धि और खुशी आती है।
याद रखें: जन्माष्टमी का पर्व श्रद्धा और भक्ति का है। इन उपायों को पूरे विश्वास और प्रेम से करें, कान्हा जी आपकी सभी मनोकामनाएं अवश्य पूरी करेंगे।
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