img

Up Kiran, Digital Desk: जिस इंसान पर आप अपनी जिंदगी, अपनी सेहत, अपने काम की सारी जिम्मेदारी सौंप दें, वही आपकी जान का दुश्मन निकल जाए? 'या अली' जैसे गानों से हमारी रूह में बस जाने वाले सिंगर ज़ुबीन गर्ग के साथ कुछ ऐसा ही हुआ है, जिसका खुलासा सुनकर आपके पैरों तले जमीन खिसक जाएगी।

सबको यही लग रहा था कि ज़ुबीन हाल ही में काम के प्रेशर की वजह से बीमार पड़े थे। लेकिन उनके ही एक दोस्त और बैंड के साथी ने एक ऐसा खौफनाक राज खोला है, जिसने पूरी कहानी ही पलट दी है। दोस्त का आरोप है कि ज़ुबीन बीमार नहीं थे, बल्कि उन्हें धीरे-धीरे ज़हर देकर मारा जा रहा था... और यह घिनौनी साजिश कोई और नहीं, बल्कि उनका अपना मैनेजर ही रच रहा था।

अस्पताल के बेड से साजिश तक का सफ़र

कुछ समय पहले जब ज़ुबीन की तबीयत बिगड़ी और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा, तो हर कोई उनकी सलामती की दुआ कर रहा था। किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था कि इस बीमारी के पीछे एक जानलेवा साजिश छिपी हो सकती है।

लेकिन ज़ुबीन के बैंडमेट स्वरूप ज्योति डोले को कुछ ठीक नहीं लग रहा था। उन्होंने वो देखा जो किसी और की नजरों से शायद चूक गया। स्वरूप ने पुलिस में एक FIR दर्ज करवाई है, जिसमें उन्होंने सीधे-सीधे ज़ुबीन के मैनेजर प्रशांत सैकिया पर ज़हर देने का आरोप लगाया है।

क्या हैं दोस्त के आरोप: स्वरूप ने अपनी शिकायत में जो बताया है, वह किसी थ्रिलर फिल्म की कहानी से कम नहीं है।

सोची-समझी साजिश: स्वरूप का कहना है कि जब से मैनेजर प्रशांत ने ज़ुबीन के खाने-पीने और दवाइयों की जिम्मेदारी संभाली, तभी से ज़ुबीन की सेहत लगातार गिरने लगी। यह कोई इत्तेफाक नहीं था।

परिवार और दोस्तों से किया अलग: आरोप है कि मैनेजर ने धीरे-धीरे ज़ुबीन को उनके परिवार और हम जैसे दोस्तों से भी दूर कर दिया, ताकि कोई उसकी हरकतों पर शक न कर सके और वो अपना काम आसानी से कर सके।

धीरे-धीरे दिया जा रहा था ज़हर: सबसे डरावना आरोप यह है कि ज़हर एकदम से नहीं, बल्कि बहुत थोड़ी-थोड़ी मात्रा में दिया जा रहा था ताकि ज़ुबीन की मौत एक लगे, न कि हत्या।

पुलिस ने शुरू की जांच: यह खबर सामने आते ही ज़ुबीन के फैंस और म्यूजिक इंडस्ट्री में हड़कंप मच गया है। जिस मैनेजर को ज़ुबीन अपना सबसे भरोसेमंद साथी मानते थे, उसी पर उनकी जान लेने की साजिश का आरोप लगा है। गुवाहाटी पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए FIR दर्ज कर ली है और जांच शुरू कर दी है।

फिलहाल, ज़ुबीन की हालत में सुधार है, लेकिन इस घटना ने यह सवाल जरूर खड़ा कर दिया है कि चकाचौंध भरी इस दुनिया में कौन दोस्त है और कौन दुश्मन, यह पहचानना कितना मुश्किल है।