कृषि कानूनों के निरस्त होने की घोषणा के बाद किसानों ने रखी ये नई मांग, कहा- जान गंवाने वाले 750 किसानों…

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कृषि कानूनों को निरस्त करने की घोषणा के तुरंत बाद सिंघू सीमा विरोध स्थल पर जश्न शुरू हो गया, लेकिन कुछ किसानों ने कहा कि जब तक संसद विधेयकों को रद्द नहीं कर देती और उनकी अन्य मांगों को पूरा नहीं कर लेती..तब तक आंदोलन जारी रहेगा।

Farmers’ protest

आपको बता दें कि ट्रैक्टरों पर लगे म्यूजिक सिस्टम की धुनों पर मिठाइयां बांटते और नाचते गाते किसानों ने सिंघू सीमा पर करीब एक साल से डेरा डाले हुए हैं….वहीँ होशियारपुर के दलेर सिंह ने कहा, “कानूनों को निरस्त करने की खबर बहुत संतोषजनक है… हालांकि…सरकार को विरोध के दौरान जान गंवाने वाले 750 किसानों के परिवार के सदस्यों के बारे में भी सोचना चाहिए…सरकार को मुआवजा और उनके परिवार के सदस्यों को नौकरी देनी चाहिए।”

वहीँ हरदीप सिंह, एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि “देर से बेहतर…हम जानते थे कि कानून को निरस्त करने का फैसला बाबाजी की कृपा से आएगा और यह गुरु पूरब पर आया है…हमारे पास गुरु नानक देवजी का आशीर्वाद है…हालांकि, संघर्ष खत्म नहीं हुआ है…विरोध प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा जब तक कानूनों को निरस्त नहीं किया जाता है, ”

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