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डीआरडीओ के अनुसंधान और विकास प्रतिष्ठान इंजीनियर्स के लैब के प्रमुख यानी कि 59 साल के प्रदीप कुरुलकर को 3 मई को एटीएस ने जासूसी और महिला डीआईओ के साथ गलत कम्यूनिकेशंस के संबंध में आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम की धाराओं के तहत गिरफ्तार किया था। इसे हनी ट्रैप का संदिग्ध मामला भी बताया गया है। अश्लील संदेश, ऑडियो और वीडियो कॉल के लालच में फंसा एक सीनियर साइंटिस्ट आपको बताते हैं पूरी कहानी क्या है।

एटीएस के मुताबिक अब इस मामले में वॉन्टेड आरोपी पीआईओ महिला ने वॉट्सऐप पर प्रदीप कुरुलकर के संपर्क में एक बात कही। उसे बताया कि वह यूके में स्थित एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर थी। उसने पुरोहित को कई अश्लील संदेश भेजकर ऑडियो और वीडियो कॉल करके लालच दिया और पुरोहित ने 10 जून 2022 और 24 फरवरी 2023 के बीच उसके साथ कई बार बातचीत भी की।

एटीएस ने आरोप लगाया है कि जारा दास गुप्ता भारत में विभिन्न डीआरडीओ और रक्षा परियोजनाओं के बारे में प्रदीप कुरुलकर से गोपनीय जानकारी निकालना चाहती थी। वह उसके प्रति आकर्षित हो गया और गोपनीय जानकारी साझा करने के लिए कथित तौर पर और अपने पद का दुरुपयोग किया। जांच के दौरान एटीएस ने दोनों के बीच वॉट्सऐप चैट को रिकवर किया, जो एक आरोपपत्र जिसमें छह खंड और 1837 पृष्ठ शामिल है।

आरोप पत्र के अनुसार, दोनों ने 19 अक्टूबर 2022 और 28 अक्टूबर 2022 के बीच ब्रह्मोस के बारे में बातचीत की थी। इसमें जब जारा पूछती है कि क्या ब्रह्मोस भी आपका आविष्कार था? कुरील का जवाब देते हैं मेरे पास सभी ब्रह्मोस संस्करणों के लगभग 186 ए4 आकार की प्रारंभिक डिजाइन रिपोर्ट है और बाद में कुरील ने कथित तौर पर उनसे कहा, मैं उस रिपोर्ट की कॉपी नहीं भेज सकता। जब आप यहां होंगे तो कोशिश करूंगा और आपको यहां दिखाऊंगा।

आरोपपत्र में कहा गया है कि ब्रह्मोस के साथ ही प्रदीप कुरुलकर और जारा ने अग्नि छह, रुस्तम, सतह से हवा में मार करने वाले मिसाइलों, मानव रहित लड़ाकू वायु वाहन और डीआरडीओ की ड्रोन परियोजनाएं पर वॉट्सऐप चैट की थी। 

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