राष्ट्रीय बाल अधिकार आयोग (NCPCR) की टीम ने बीते कल को पंजाब के मोहाली में एक्शन लेते हुए जंगल में एक मदरसा चलता पकड़ा है। बताया जा रहा है कि यहां पढ़ने वाले बच्चे डॉक्टर, इंजीनियर, साइंटिस्ट या वकील नहीं बनना चाहते। वे यहां मुफ्ती बनने के लिए पढ़ने आ रहे हैं। आयोग द्वारा इस संबंध में राज्य सरकार को नोटिस जारी करके रिपोर्ट मांग ली गई है।
जानकारी के मुताबिक, मदरसे में पढ़ाने वाला मौलाना खुद पांचवीं पास है। हरियाणा के नूंह से गरीब मुस्लिम बच्चों को लाकर इस खतरनाक सर्दी में खुले जंगल में अस्थाई टिन शेड में रखकर औरंगजेब के जमाने की शिक्षा दी जा रही है। यहां के मौलवी ने बताया कि कनाडा जाने के इच्छुक लोग वीजा लगने बाद यहां मजार पर पहुंचते हैं। वो यहां जूते दान करते हैं।
इस मामले में आयोग ने पंजाब पुलिस को आनन फानन एक्टल लेने के आदेश जारी कर दिए हैं। इसके बाद पुलिस ने सभी बच्चों के बयान दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर दी है।
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