अफसरों के सामने BJP नेता ने युवक को गोलियों से भूना, आरोपी को पुलिस ने भगाया

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बलिया। जिले के दुर्जनपुर गांव में पुलिस व प्रशासनिक अमले की मौजूदगी में रिटायर फौजी व भाजपा नेता द्वारा फायरिंग कर एक युवक की हत्या करने के मामले में पुलिस आरोपितों को तेजी से तलाश रही है। इस मामले में आठ नामजद आरोपितों हैं। इनकी गिरफ्तारी के लिए दर्जन भर पुलिस टीमें गठित की गई हैं।

Ballia firing

बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह के साथ आरोपी धीरेंद्र सिंह

विधायक बोले

वहीं बैरिया से बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह ने कहा है कि बलिया गोलीकांड का आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह भाजपा का कार्यकर्ता था। सुरेंद्र सिंह ने कहा यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। फायरिंग और मारपीट में धीरेंद्र सिंह की बहन, पिता और परिवार के कई सदस्यों को भी चोट आई है।

पुलिस की लापरवाही से भागा आरोपी: DIG

वहीं दूसरी ओर इस मामले पर आजमगढ़ रेंज के डीआईजी सुभाष चंद्र दुबे ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि मुख्य आरोपी के साथ 8 लोगों के खिलाफ मुकदमा कायम किया गया है। जिनकी गिरफ्तारी के लिए एक दर्जन से ज्यादा टीमें गठित की गई हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस दो दर्जन से ज्यादा जगहों पर आरोपियों की तलाश में दबिश डाल चुकी है। पुलिस ने इस केस को चुनौती के तौर पर लिया है और इस मामले में ऐसी करवाई की जाएगी कि आगे ऐसा अपराध करने से पहले व्यक्ति कई बार सोचने पर मजबूर हों। उन्होंने मौके से आरोपी के भागने को पुलिस की लापरवाही करार दिया, फिलहाल आरोपी धीरेंद्र पुलिस की पकड़ से बाहर है।

पुलिस गिरफ्त से कैसे भाग गया आरोपी

दुर्जनपुर गांव में हुए गोलीकांड का मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ डब्लू का एक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में उसे चार-चार पुलिस कर्मी पकड़े हुए हैं। हालांकि, बाद में वह पुलिस की गिरफ्त से फरार हो गया। आरोपी के घर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और विधायक सुरेंद्र सिंह की तस्वीर लगी हुई है।

इन पर हुई कार्रवाई

इस मामले में यूपी सरकार ने कड़ी कार्रवाई करते हुए एसडीएम सुरेश कुमार पाल और सीओ चंद्रकेश सिंह समेत वहां ड्यूटी पर मौजूद सभी पुलिसकर्मियों को तत्‍काल प्रभाव से सस्‍पेंड कर दिया गया है।

भाई तेज प्रताप पाल ने बड़ा आरोप लगाया

दुर्जनपुर में चली गोली से मरे जयप्रकाश पाल के भाई तेज प्रताप पाल ने बड़ा आरोप लगाया है। तेज प्रताप की माने तो आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह को पुलिस ने पकड़ने के बाद भगा दिया। इतना ही नहीं आरोपी धीरेंद्र सिंह को बैरिया विधायक सुरेंद्र सिंह का खासा करीबी भी बताया जा रहा है।

मृतक पाल के बेटे और भाई ने मीडिया के कैमरे के सामने कहा कि आरोपी धीरेंद्र को मौके पर पकड़ लिया गया था। मृतक के भाई तेज बहादुर पाल की मानें तो पकड़े जाने के बाद धीरेंद्र को पुलिस ने भगा दिया। तेज बहादुर ने कहा, ‘धीरेंद्र वर्तमान बैरिया विधायक सुरेंद्र सिंह का चहेता है। धीरेंद्र सिंह बीजेपी के फ्रंटल आर्गेनाईजेशन पूर्व सैनिक सेवा प्रकोष्ट से जुड़ा है।’ वहीं मृतक के बेटे अभिषेक कुमार पाल ने बताया कि कोटा को लेकर हुए विवाद में उसके पिता पर 20 राउंड के करीब गोलियां दागी गईं। जिसमें से 2-3 गोली लगने से उनकी मौत हो गई।

क्या है पूरा मामला

15 अक्टूबर की दोपहर बाद बलिया जिले के रेवती थाना क्षेत्र के दुर्जनपुर गांव में कोटे की दुकान के आवंटन को लेकर की जा रही कार्यवाही में दो पक्षों में भिड़ंत हो गई, जिसमें गांव के ही दबंग धीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ डब्ल्यू ने अपने साथियों के साथ मिलकर दूसरे पक्ष पर हमला बोल दिया और ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी।

फायरिंग की इस वारदात में मौके पर मौजूद जयप्रकाश पाल को गोली लगी। इलाज के लिए अस्पताल ले जाते वक्त जयप्रकाश पाल की मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने धीरेंद्र प्रताप सिंह सहित कुल 8 लोगों के खिलाफ नामजद केस दर्ज किया है। घटना के दौरान मौके पर मौजूद अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है।

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