नई दिल्ली॥ घाटी से धारा 370 हटने के बाद से सियासी विवाद रुकने का नाम नहीं ले रहा है। राज्य के कई वरिष्ठ नेता या तो नजरबन्द हैं या फिर हिरासत में है। कश्मी की अहम पार्टी PDP और नेशनल कॉन्फ्रेंस के 3 प्रमुख नेता फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती के हिरासत में होने से यहां की राजनीतिक गतिविधियां पूरी तरह ठप्प हो गई है।
हाल ये है कि दोनों पार्टियों के कई गुस्साए नेताओं ने अचानक नई पार्टी बनाने का ऐलान कर दिया है। इस ऐलान से राज्य में सियासी हलचल तेज हो गई है। सूचना के अनुसार, नई पार्टी में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी ( पीडीपी ) और नेशनल कॉन्फ्रेंस से नाराज पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री शामिल होंगे। नई पार्टी को पूर्व मंत्री अल्ताफ बुखारी के नेतृत्व में शुरू किए गए तीसरे मोर्चे के गठन की कवायद का परिणाम बताया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि पार्टी का नाम ‘अपनी पार्टी’ होगा। चर्चा ये है कि यदि सब कुछ ठीक रहा तो नए दल की घोषणा अगले महीने हो सकती है। जम्मू-कश्मीर को फिर से राज्य का दर्जा दिलाना, स्थानीय लोगों की नौकरी व जमीन की सुरक्षा और बेरोजगारी आदि पार्टी का प्रमुख एजेंडा होंगे। पार्टी के ऐलान के बाद इसके नेता दिल्ली में पीएम मोदी और होम मिनिस्टर अमित शाह से भी मिल सकते हैं।