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Up Kiran, Digital Desk: लखनऊ के चमचमाते मॉल अब सुरक्षित खाने की गारंटी नहीं दे रहे। खाद्य सुरक्षा विभाग ने बड़ा खुलासा किया है। यूपी के मुख्यमंत्री के सख्त निर्देश के बाद प्रदेश भर में चल रही मुहीम के तहत लखनऊ के तमाम बड़े मॉलों के फूड कोर्ट पर एक साथ छापा पड़ा। सबसे ज्यादा हड़कंप लुलु हाइपर मॉल में मचा जहां जांच टीम को पुराने प्रोडक्ट पर नई एक्सपायरी डेट चिपकाकर बेचने का खेल मिला।

लुलु मॉल का पूरा फूड सेक्शन ही सील कर दिया गया। वहां चल रहा मशहूर डबरु द चाप भी बिना लाइसेंस के धड़ल्ले से परोस रहा था। उसे भी ताला लगा दिया गया। टुंडे कबाबी, करीम्स और चिलीज़ जैसे बड़े नामों से सैंपल लिए गए और सुधार के लिए नोटिस थमा दिया गया।

सिनेपोलिस मॉल के अंदर मौजूद केएफसी में गंदगी देखकर अफसर हैरान रह गए। वहां का कारोबार तुरंत रोक दिया गया। नूडल स्टेशन समेत कई छोटे आउटलेट को भी चेतावनी दी गई।  

पलासियो मॉल में तो सबसे ज्यादा सैंपल लिए गए। स्काई ग्रिल, रॉयल कैफे, मोती महल, छप्पन भोग जैसे दस से ज्यादा रेस्टोरेंट के खाने की जांच हुई। अच्छी बात यह रही कि पिज्जा हट और चोको फाउंटेन पूरी तरह साफ सुथरे निकले। मगर बीकानेर वाला, नाथूज और केएफसी को सुधार नोटिस मिला।

वेव मॉल और फोनिक्स मॉल में भी कमोबेश यही हाल था। वहां केएफसी और बरिस्ता को चेतावनी दी गई। कुल मिलाकर खाद्य विभाग की 14 टीमों ने एक साथ सात बड़े मॉल कवर किए। चार बड़े फूड आउटलेट का धंधा तुरंत बंद कराया गया। दर्जनों जगहों से खाने के नमूने भरे गए जो लैब भेजे जा रहे हैं।