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Up Kiran, Digital Desk: आईपीएल का रोमांच अपने चरम पर है। गुजरात टाइटन्स की चेन्नई सुपर किंग्स से हार के बाद टूर्नामेंट अब उस मुकाम पर पहुंच चुका है जहाँ हर मैच 'करो या मरो' जैसा है। अब जो भी टीम खिताब जीतना चाहती है उसे बस तीन और मैच जीतने होंगे — मगर ये तीन मैच किसी पहाड़ को फतह करने से कम नहीं होंगे।
इस कड़ी में अगला बड़ा मुकाबला है पंजाब किंग्स बनाम मुंबई इंडियंस जो सोमवार को जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में खेला जाएगा। इस मुकाबले की अहमियत सिर्फ एक जीत या हार से कहीं ज्यादा है — यह तय करेगा कि कौन शीर्ष दो में पहुंचेगा और किसे एलिमिनेटर में उतरकर टूर्नामेंट में बने रहने के लिए संघर्ष करना होगा।
कौन रहेगा टॉप 2 की रेस में कायम
अब तक की स्थिति ये है कि पंजाब और मुंबई दोनों ही प्लेऑफ में अपनी जगह बना चुके हैं। मगर शीर्ष दो में पहुंचने से न केवल आत्मविश्वास बढ़ता है बल्कि एक अतिरिक्त मौका भी मिलता है फाइनल में पहुंचने के लिए। इसलिए सोमवार को होने वाला यह मुकाबला सिर्फ एक अंक का नहीं बल्कि रणनीति संतुलन और मनोवैज्ञानिक बढ़त का मामला है।
अगर पंजाब हारा तो एलिमिनेटर में उतरना तय। अगर मुंबई हारी तो वही हाल उनका भी। सीधा मतलब ये है कि जीत जरूरी है वरना टूर्नामेंट में बने रहना और भी मुश्किल।
जयपुर की पिच: बल्लेबाज़ों की जन्नत या गेंदबाज़ों की कब्रगाह
सवाई मानसिंह स्टेडियम की पिच पर इस सीज़न में कुछ ऐसा हुआ है जिसकी किसी ने उम्मीद नहीं की थी — यह एक हाई-स्कोरिंग वैन्यू बन गया है।
राजस्थान ने 210 का पीछा किया, पंजाब ने दो बार 200+ बनाए और मुंबई भी 220 के करीब पहुँचे। और खास बात ये कि 48 घंटे पहले ही 206 रन का पीछा आसानी से कर लिया गया था।
हालाँकि पिच भले ही सपाट हो पर हाल की धूलभरी आंधी और बारिश के कारण थोड़ा बदलाव संभव है। मौसम अब साफ़ है और उम्मीद यही है कि सोमवार को भी बड़ा स्कोर देखने को मिलेगा। टॉस जीतने वाले कप्तान को यह सोचकर रणनीति बनानी होगी कि 220 जैसा स्कोर ही 'सेफ' माना जाएगा।
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