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Up Kiran, Digital Desk: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज़ प्रताप यादव का नाम बिहार की राजनीति और मीडिया में विवादों से हमेशा जुड़ा रहा है। उनकी अलग-अलग शख्सियत बोल्ड बयानों और अनोखी कार्यशैली ने कई बार राजद परिवार के लिए परेशानी खड़ी की है। पर इस बार मामला कुछ ज़्यादा ही गंभीर हो गया जब पार्टी ने तेज़ प्रताप को न सिर्फ राजनीतिक रूप से बाहर किया बल्कि परिवार से भी बेदखल कर दिया। आइए जानते हैं तेज़ प्रताप यादव के विवादों की कहानी और उनके उस कदम के पीछे की वजहें जो लालू परिवार के लिए अब बर्दाश्त से बाहर हो गईं।
वर्दी में नाचने का विवाद — बिहार की राजनीति में भूचाल
तेज़ प्रताप की पर्सनैलिटी का एक खास पहलू उनका अनोखा ड्रेस सेंस और अलग अंदाज है। इस साल की होली में उन्होंने अपने बॉडीगार्ड को वर्दी पहनाकर नाचने का आदेश दिया था जो अचानक देशभर की मीडिया की हेडलाइन बन गया। बिहार की राजनीति में इस मामले ने हलचल मचा दी और लोगों की निगाहें तेज़ प्रताप पर टिक गईं। इस घटना ने साफ कर दिया कि तेज़ प्रताप किसी भी परिस्थिति में विवाद से बचने वाले नहीं।
जगदानंद सिंह के साथ तीखी टकराव
राजद के वरिष्ठ नेता जगदानंद सिंह के साथ तेज़ प्रताप की जद्दोजहद कई सालों से चल रही है। करीब चार साल पहले तेज़ प्रताप ने खुलेआम जगदानंद सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। इसका कारण था छात्र राजद की प्रदेश अध्यक्ष पद की राजनीतिक सियासत जहां जगदानंद ने तेज़ प्रताप के समर्थक आकाश यादव को हटाकर गगन यादव को इस पद पर बैठा दिया था जो तेजस्वी यादव के करीबी माने जाते थे। इस विवाद ने राजद के शीर्ष नेतृत्व को भी सक्रिय कर दिया था।
पीएम मोदी पर विवादित बयान
दो साल पहले जब तेज़ प्रताप पर्यावरण मंत्री थे उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देशद्रोही तक कह दिया था। यह बयान तब आया था जब पीएम मोदी ने विपक्षी नेताओं को घमंडी बताया था। इस बयान के बाद बीजेपी ने तेज़ प्रताप के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था और यह राजनीतिक विवाद काफी तूल पकड़ गया था।
2017 की सुरक्षा विवाद और तीखे बयान
2017 में जब केंद्र सरकार ने लालू प्रसाद यादव की जेड प्लस सुरक्षा वापस ली तो तेज़ प्रताप ने इसे मर्डर की साजिश करार दिया था। उनका कहना था कि यह सुरक्षा हटाना गलत है और वे इसे मुंहतोड़ जवाब देंगे। इस बयान ने भी बिहार की राजनीति में बड़ी हलचल मचा दी थी।
अपने ही विधायक पर कड़ा रुख
पिछले साल तेज़ प्रताप ने पार्टी के ही विधायक मुकेश रोशन को सार्वजनिक रूप से चुनौती दी। महुआ विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की बात कहते हुए उन्होंने पार्टी के अंदर भी खींचतान बढ़ा दी। मुकेश रोशन का रोते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया जिसने राजद में टूट के संकेत दिए।
तलाक की अर्जी से परिवार में उठा भूचाल
तेज़ प्रताप ने 2018 में अपनी पत्नी ऐश्वर्या राय के खिलाफ शादी के कुछ महीनों बाद तलाक की अर्जी दाखिल कर दी। यह मामला राजनीतिक परिवार से जुड़ा होने के कारण खासा हाई प्रोफाइल बन गया। इससे भी परिवार और पार्टी दोनों के लिए असहज स्थिति पैदा हुई।
आखिर क्यों निकाले गए तेज़ प्रताप यादव
इन तमाम घटनाओं और विवादों के बाद इस बार लालू परिवार ने अपनी सहनशीलता की सीमा पार होते देख तेज़ प्रताप यादव को पार्टी से बाहर कर दिया। साथ ही परिवार ने भी उन्हें अपनी गलियों से दूर कर दिया। यह कदम दिखाता है कि तेज़ प्रताप के हाल के कारनामे परिवार के लिए मंजूर नहीं रहे और उन्होंने अपने सपनों के लिए परिवार की सीमाओं को पार कर दिया।
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