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Up Kiran, Digital Desk: सोमवार की शाम दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किला क्षेत्र में हुई एक हृदय विदारक घटना ने पूरे देश को सकते में डाल दिया है। ठीक 6 बजकर 52 मिनट पर, लाल किले के नज़दीक एक कार में हुए भीषण विस्फोट ने न केवल आस-पास के बाज़ार में भगदड़ मचा दी, बल्कि देश की राष्ट्रीय सुरक्षा पर भी गंभीर प्रश्नचिह्न लगा दिया है।

इस दर्दनाक हादसे में अब तक 9 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 20 लोग घायल हुए हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। मृतकों में पाँच लोग उत्तर प्रदेश से थे, जो रोज़गार या कारोबार के सिलसिले में देश की राजधानी आए थे।

जाँच की दिशा: फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल से कनेक्शन

दिल्ली पुलिस और केंद्रीय जाँच एजेंसियाँ युद्धस्तर पर इस मामले की तहकीकात कर रही हैं। पुलिस ने गैरकानूनी गतिविधियाँ (रोकथाम) अधिनियम यानी UAPA के तहत मामला दर्ज कर लिया है। राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA), स्पेशल सेल और फोरेंसिक विशेषज्ञ तुरंत घटनास्थल पर पहुँचे और सबूत जुटाने में लगे हैं।

शुरुआती जाँच में यह बात सामने आई है कि इस विस्फोट के तार फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल से जुड़े हो सकते हैं। इसे फिदायीन हमला माना जा रहा है। ब्लास्ट में शामिल कार में मौजूद मुख्य आरोपी, जिसका नाम डॉक्टर उमर मोहम्मद बताया गया है, उसने कथित तौर पर खुद को उड़ा लिया। घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज में उसका कटा हुआ हाथ मिला है, जिसकी शिनाख्त डीएनए जाँच के बाद ही पूरी तरह साफ हो पाएगी। महत्वपूर्ण बात यह है कि इसी मॉड्यूल से जुड़े तीन डॉक्टरों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है, जिससे यह साफ़ होता है कि यह एक संगठित साजिश थी।

 

उत्तर प्रदेश के परिवारों पर टूटा ग़म का पहाड़

 

इस भयानक घटना का सबसे गहरा असर उत्तर प्रदेश के कई ज़िलों के परिवारों पर पड़ा है। अमरोहा, श्रावस्ती, मेरठ, शामली और गाज़ियाबाद जैसे ज़िलों के लोग इस आतंकी साज़िश का शिकार हुए हैं।

अमरोहा के दो दोस्त: मौत की दर्दनाक दास्तान अमरोहा के दो दोस्तों, 52 वर्षीय लोकेश अग्रवाल और अशोक कुमार की मौत इस धमाके में हो गई। लोकेश अग्रवाल हसनपुर के रहरा अड्डे के निवासी थे। दोनों बुरी तरह घायल हुए और अस्पताल ले जाते समय उन्होंने दम तोड़ दिया।

श्रावस्ती का दिनेश मिश्रा श्रावस्ती के गणेशपुर चिकनी पुरवा के रहने वाले दिनेश मिश्रा दिल्ली के चावड़ी बाज़ार में कार्ड प्रिंटिंग की दुकान पर काम करते थे। हादसे की ख़बर ने उनके परिवार में मातम फैला दिया है। परिजन दिल्ली के लिए रवाना हो चुके हैं।

मेरठ का मेहनती मोहसिन मेरठ के न्यू इस्लामनगर, लोहिया नगर के मोहसिन ई-रिक्शा चलाकर रोज़ाना 500-600 रुपये कमाते थे। उनके परिवार में कोहराम मच गया है। पुलिस ने इस मामले में मोहसिन के एक रिश्तेदार को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।

शामली का नोमान शामली के झिंझाने कस्बे के निवासी नोमान कॉस्मेटिक का सामान खरीदने दिल्ली आए थे। धमाके में उनकी भी जान चली गई। उनके साथ रहे अमन गंभीर रूप से घायल हैं और अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है।

देवरिया के शिव जायसवाल देवरिया ज़िले के भलुवनी थाना क्षेत्र के शिव जायसवाल कपड़े के कारोबार से जुड़े थे। वह भी घायलों में शामिल हैं।