Up Kiran, Digital Desk: रविवार को हुए इस आतंकी हमले में पिता-पुत्र साजिद अकरम (50) और नवीद अकरम (24) ने अंधाधुंध गोलीबारी की थी, जिसमें 15 लोगों की मौत हो गई और 40 से अधिक लोग घायल हुए। घायलों में भारतीय छात्र भी शामिल हैं। साजिद को मौके पर ही मार गिराया गया, जबकि उसका बेटा नवीद घायल अवस्था में पकड़ा गया।
जांच में सामने आया है कि दोनों हमलावर आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (ISIS) से प्रेरित थे। नवंबर में दोनों ने फिलीपींस की यात्रा की थी—साजिद ने भारतीय पासपोर्ट और नवीद ने ऑस्ट्रेलियाई पासपोर्ट पर यह यात्रा की थी।
हमलावर पर झपट पड़े अमनदीप
एसबीएस न्यूज के मुताबिक, भारतीय और न्यूजीलैंड मूल के माता-पिता के बेटे अमनदीप सिंह-बोला ने उस समय साहस दिखाया, जब एक हमलावर पुल से लोगों पर गोलियां चला रहा था। अमनदीप दौड़ते हुए मौके पर पहुंचे और एक पुलिस अधिकारी के साथ मिलकर हमलावर को काबू में किया।
अमनदीप ने बताया,
“मैं उस पर कूद पड़ा और उसके हाथ पकड़ लिए। मैंने पुलिस अधिकारी से कहा कि उसे छोड़ा नहीं जाए।”
उन्होंने बताया कि हमले से पहले वे समुद्र तट पर कबाब खा रहे थे और सूर्यास्त देख रहे थे। शुरुआत में गोलीबारी की आवाज उन्हें पटाखों जैसी लगी, लेकिन जल्द ही हालात की गंभीरता समझ में आ गई।
नफरती भाषण पर सख्त कानून लाएगी ऑस्ट्रेलियाई सरकार
रॉयटर के अनुसार, इस आतंकी हमले के बाद ऑस्ट्रेलिया सरकार नफरती भाषण और हिंसा के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने जा रही है। प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने नफरत फैलाने वालों के खिलाफ नए कानून का वादा किया है।
उन्होंने कहा कि सरकार ऐसे कानून बनाएगी, जिससे नफरती भाषण और हिंसा को बढ़ावा देने वालों पर मुकदमा चलाना आसान हो जाएगा। इसके तहत सजा बढ़ाने, वीजा रद्द या अस्वीकार करने और नफरत फैलाने वाले संगठनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
प्रधानमंत्री ने कहा,
“ऑस्ट्रेलियाई लोग सदमे और गुस्से में हैं। मैं भी गुस्से में हूं। इस बुराई के स्रोत से निपटने के लिए हमें और कड़े कदम उठाने होंगे।”
10 वर्षीय बच्चे का अंतिम संस्कार
आतंकी हमले में मारी गई 10 वर्षीय बच्ची मैटिल्डा का गुरुवार को अंतिम संस्कार किया गया। उसके ताबूत पर खिलौने रखे गए थे। हमले में मारे गए अन्य लोगों का अंतिम संस्कार बुधवार से शुरू हो चुका है। अंतिम संस्कार स्थल बोंडी बीच से ज्यादा दूर नहीं है, जहां यह दर्दनाक घटना हुई थी।


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