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मानसून सत्र का आज दूसरा दिन है। विपक्षी दलों ने संसद के दोनों सदनों में मणिपुर हिंसा पर चर्चा करने के लिए नोटिस दिया है। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह, कांग्रेस के सांसद राजीव शुक्ला और आरजेडी के सांसद मनोज कुमार झा, कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर और मनीष तिवारी ने मणिपुर की स्थिति पर चर्चा की मांग करते हुए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव पर नोटिस दिया है।

मनिकाम टैगोर ने मांग की है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस मुद्दे पर संसद में बोलना चाहिए। संभावना है कि मानसून सत्र के दूसरे दिन केंद्र सरकार की ओर से मणिपुर हिंसा को लेकर संसद में बयान दिया जा सकता है। दरअसल, केंद्र सरकार ने लोकसभा और राज्यसभा में इस मुद्दे पर चर्चा की बात को स्वीकार किया था। 

गुरुवार को मानसून सेशन के पहले दिन संसद के दोनों सदनों में कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने मणिपुर घटना पर हंगामा शुरू कर दिया था। इसके चलते दोनों सदनों की कार्यवाही अगले दिन के लिए स्थगित कर दी गई थी। केंद्र सरकार पहले ही यह साफ कर चुकी है कि वो इस मामले में चर्चा करने के लिए तैयार है। 

मणिपुर में दो महिलाओं को नग्न घुमाने और यौन उत्पीड़न का वीडियो सामने आने के बाद काफी विवाद मचा हुआ है। बताया जा रहा है कि ये वीडियो करीब तीन महीने पुराना है और पूर्वोत्तर राज्य में जातीय हिंसा भड़कने के एक दिन बाद 4 मई का बताया जा रहा है। 

मानसून सत्र की शुरुआत होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस वीडियो को लेकर नाराजगी जाहिर की। पीएम मोदी ने कहा कि मेरा हृदय पीड़ा और क्रोध से भरा हुआ है।‌ उन्होंने कहा कि मणिपुर की जो घटना सामने आई है वह किसी भी सभ्य समाज को शर्मसार करने वाली है। पीएम मोदी ने कहा कि मैं देशवासियों को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। कानून पूरी सख्ती से एक के बाद एक कदम उठाएगा। हालांकि, लोकसभा और राज्यसभा में हंगामे के चलते कार्यवाही को पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया था।

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