देहरादून। आगामी 3 मई से आरंभ होने जा रही चार धाम की यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए जरूरी खबर है। अब चार धाम की यात्रा पर जाने के लिए कोरोना की नेगेटिव आरटीपीसीआर रिपोर्ट लाना अनिवार्य होगा। उत्तराखंड प्रशासन का कहना है कि नेगेटिव आरटीपीसीआर रिपोर्ट के बिना किसी को भी यात्रा की इजाजत नहीं दी जाएगी।
इस बात की जानकारी देते हुए कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी न बताया कि कोरोना महामारी के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने ये कदम उठाया है।उन्होंने बताया कि सभी श्रद्धालुओं को अब आरटी-पीसीआर रिपोर्ट के साथ आना होगा। हालांकि यह रिपोर्ट कितने समय की मान्य होगी। इस बारे में अभी फिलहाल कोई जानकारी सामने नहीं आई है।
इस साल चार धाम की यात्रा पर जाने के लिए डेढ़ लाख से अधिक लोग रजिट्रेशन करा चुके हैं। वहीं अभी इस संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है।
देश के कई राज्यों में कोविड के बढ़ते मामलों के मद्देनजर उत्तराखण्ड सरकार यात्रा से पहले एक नई एसओपी जारी कर सकती है। वैसे तो 72 घंटे पहले की ही आरटीपीसीआर रिपोर्ट अनिवार्य होती है। ऐसे में इस यात्रा के लिए भी संभवत: श्रद्धालुओं को 72 घंटे पहले की आरटी-पीसीआर रिपोर्ट लाना अनिवार्य किया जाएगा। बता दें कि यात्रा शुरू होने में अब महज 5 दिन ही शेष बचे हैं। ऐसे में सरकार का सबसे अधिक ध्यान कोरोना के बढ़ते मामलों पर है।
मालूम हो कि यात्रा के लिए देश के अलग-अलग राज्यों से तमाम श्रद्धालु देहरादून पहुंचेंगे। ऐसे में सरकार बिलकुल भी नहीं चाहती की यात्रियों के साथ प्रदेश में कोरोना वायरस की एंट्री हो।यही वजह है कि सरकार विशेष सावधानी बरत रही है।