अब मीट खाने के लिए मुर्गों को मारने की जरूरत नहीं पडे़गी। लैब में तैयार मीट रेस्त्रा में जल्द ही परोसा जा सकेगा।
यूनाइटिड स्टेट डिपार्टमेंट एग्रीकल्चर ने बायोरिएक्टर से उगाए गए चिकिन की बिक्री को मंजूरी दे दी है। यूएस की दो कंपनियों गुड मीट और अपसाइड फूड्स इस प्रोडक्ट को अमेरिकी बाजार में लाने तैयारी में है।
सिंगापुर दुनिया का पहला ऐसा देश था जिसने दो हजार बीस में गुड मीट द्वारा उत्पादित मांस की बिक्री की अनुमति दी थी। लेकिन कृत्रिम चिकिन को अमेरिका से मिली अनुमति के बाद ऐसा माना जा रहा है कि इसका प्रभाव पूरी दुनिया पर होगा।
नीदरलैंड स्थित मोसा मीट्स के सीईओ मार्टिन वॉश कहते हैं, एशिया और उत्तरी अमेरिका से मिल रहे संकेत ये बताते हैं कि कृतिम मांस जानवरों को ना मारने का एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
कृत्रिम मीट तैयार करने वाली कंपनी ने कहा है कि प्रोडक्ट को स्थानीय सहयोगियों के साथ नए ब्लॅड गुड मीट के तहत बनाया जाएगा।
ये मीट जानवरों की कोशिकाओं से तैयार किया जाता है। इन प्रोडक्ट्स को बिना जानवरों को नुकसान पहुंचाए हुए बनाया जाता है। कोशिकाओं को जानवरों से बाहर सीधे मीट में उगाया जाता है।
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