
लखनऊ, 12 सितम्बर । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डोर-टू-डोर सर्वे कार्य को गुणवत्तापूर्ण ढंग से संचालित करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि इस कार्य में आवश्यकतानुसार अतिरिक्त टीमें लगाई जाएं। कोविड-19 के नियंत्रण में काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग और मेडिकल टेस्टिंग की महत्वपूर्ण भूमिका पर बल देते हुए उन्होंने ट्रेसिंग और टेस्टिंग के कार्याें में और तेजी लाने के निर्देश दिये हैं।
ऑक्सीजन का 48 घण्टे का बैकअप अनिवार्य रूप से रहे उपलब्ध
मुख्यमंत्री ने शनिवार को अपने सरकारी आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक में कहा कि कोविड अस्पतालों में वेंटिलेटर सहित सभी मेडिकल उपकरण क्रियाशील रहने चाहिए। चिकित्सालयों में ऑक्सीजन का 48 घण्टे का बैकअप अनिवार्य रूप से उपलब्ध रहना चाहिए।
उन्होंने कहा कि कोरोना के मद्देनजर जनपद लखनऊ पर विशेष ध्यान दिये जाने की जरूरत है। उन्होंने लखनऊ के सभी कोविड बेड को सक्रिय रखने के निर्देश देते हुए कहा कि किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू), संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) तथा डाॅ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान (आरएमएलआईएमएस) अपनी पूरी क्षमता का उपयोग कोरोना मरीजों के उपचार के लिए करें।
लखनऊ के प्राइवेट मेडिकल काॅलेजों में संचालित कोविड अस्पतालों की व्यवस्थाएं चुस्त-चुस्त एवं मानकों के अनुरूप होनी चाहिए। उन्होंने पुलिस पेट्रोलिंग को बढ़ाने के निर्देश भी दिये हैं।
‘ई-संजीवनी’ सेवा का किया जाए व्यापक प्रचार-प्रसार
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय, भारत सरकार की ऑनलाइन ओपीडी सेवा ‘ई-संजीवनी’ अत्यन्त उपयोगी सिद्ध हो रही है। बड़ी संख्या में मरीजों ने मोबाइल एप के माध्यम से इस सुविधा का लाभ प्राप्त किया है। उन्होंने निर्देश दिए कि ‘ई-संजीवनी’ सेवा का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए, ताकि अधिक से अधिक लोग इस ऑनलाइन ओपीडी सेवा का लाभ प्राप्त कर सकें।