Up Kiran, Digital Desk: क्या आप भी हर दिन अपने घर को एकदम चमका कर रखते हैं, या प्रोफेशनल क्लीनर्स को बुलाकर गहरी सफाई करवाते हैं? तो यह खबर आपके लिए एक चेतावनी हो सकती है! एक नए अध्ययन (Study) ने एक बेहद चौंकाने वाला खुलासा किया है, जिसके मुताबिक नियमित रूप से सफाई करना, खासकर रासायनिक उत्पादों (Chemical Cleaning Products) का उपयोग करके, आपकी फेफड़ों की कार्यक्षमता (Lung Function) में गिरावट (Decline) का कारण बन सकता है! यह सिर्फ साफ-सफाई की बात नहीं, बल्कि आपके स्वास्थ्य और जीवन से जुड़ी एक गंभीर चिंता का विषय है.
नियमित सफाई और फेफड़ों पर असर: क्या कहती है यह स्टडी?
कई बार हमें लगता है कि हमारा घर जितना ज़्यादा साफ होगा, हम उतने ही स्वस्थ रहेंगे. लेकिन यह शोध हमें एक अलग सच्चाई दिखाता है. अध्ययन में यह बात सामने आई है कि जो लोग, खासकर महिलाएँ, नियमित रूप से रासायनिक सफाई उत्पादों (chemical cleaning products) का उपयोग करके घर की सफाई करती हैं, उनके फेफड़ों की कार्यक्षमता उन लोगों की तुलना में तेज़ी से घट सकती है, जो ऐसा नहीं करते.
- रसायनों का एक्सपोजर: इन उत्पादों में अक्सर ऐसे रसायन होते हैं जो सांस के ज़रिए फेफड़ों तक पहुँचकर उन्हें नुकसान पहुँचा सकते हैं. ब्लीच, अमोनिया और अन्य मजबूत डिटर्जेंट खासकर श्वसन प्रणाली (respiratory system) के लिए हानिकारक होते हैं.
- वायु प्रदूषण घर के अंदर: सफाई के दौरान हवा में ये रसायन घुल जाते हैं, जिससे घर के अंदर वायु प्रदूषण बढ़ जाता है, जिसका सीधा असर फेफड़ों पर पड़ता है.
- क्रोनिक इरिटेशन: लगातार रसायनों के संपर्क में रहने से फेफड़ों में क्रोनिक इरिटेशन हो सकती है, जिससे उनकी कार्यक्षमता कम हो जाती है और अस्थमा (asthma) जैसी साँस की बीमारियाँ हो सकती हैं.
यह स्टडी बताती है कि 'ज़रूरत से ज़्यादा' सफाई, और खासकर रासायनिक उत्पादों का लापरवाही से इस्तेमाल करना, कितना खतरनाक हो सकता है. यह फेफड़ों की बीमारी और कम कार्यक्षमता के बढ़ते मामलों का एक कारण बन सकता है.
तो क्या सफाई करना छोड़ दें? नहीं, बल्कि करें ये बदलाव!
इस अध्ययन का मतलब यह नहीं है कि आप सफाई करना छोड़ दें, बल्कि इसका मतलब है कि आपको समझदारी से सफाई करनी चाहिए:
- प्राकृतिक उत्पादों का प्रयोग करें: नींबू, सिरका, बेकिंग सोडा जैसे प्राकृतिक सफाई उत्पादों का प्रयोग करें.
- वेंटिलेशन: सफाई करते समय खिड़की और दरवाज़े खोल दें ताकि हवा का बहाव बना रहे और रसायन हवा में न ठहरे.
- मास्क का उपयोग: तेज़ रसायनों का उपयोग करते समय मास्क पहनना सुनिश्चित करें.
- रसायनों को मिलाकर इस्तेमाल न करें: कभी भी अलग-अलग रासायनिक उत्पादों को एक साथ मिलाकर इस्तेमाल न करें, क्योंकि इससे खतरनाक गैसें बन सकती हैं.
- नियमित से ज़्यादा सफाई न करें: सफाई ज़रूर करें, लेकिन हर बार 'डीप क्लीनिंग' (deep cleaning) की ज़रूरत नहीं होती.
अपने फेफड़ों को स्वस्थ रखना बहुत ज़रूरी है. इस शोध को एक चेतावनी के रूप में लें और अपनी सफाई की आदतों में स्वस्थ बदलाव लाएं.

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