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2024 लोकसभा इलेक्शन के नतीजों के बाद मुख्यमंत्री योगी ने अपनी मंथन प्रक्रिया तेज कर दी है। आज हुई कैबिनेट मीटिंग में योगी आदित्यनाथ ने अपने मंत्रियों को जनता से सीधे संपर्क करने का निर्देश दिया। उन्होंने चर्चा और संवेदनशीलता की जरूरत पर जोर देते हुए उन्हें याद दिलाया कि उनकी सरकार जनता के लिए है और वीआईपी संस्कृति बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
आज कैबिनेट मीटिंग में दोनों उपमुख्यमंत्रियों केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक की गैर मौजूदगी ने काफी चर्चा बटोरी। योगी ने मंत्रियों को जनता से जुड़ने, उनकी समस्याओं को सुनने और उनके समाधान की दिशा में काम करने का निर्देश दिया। उन्होंने हेल्पलाइन को और अधिक प्रभावी बनाने के महत्व पर भी जोर दिया।
मुख्यमंत्री उप्र ने कहा कि किसी भी तरह की लापरवाही अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने मंत्रियों से अपनी कार्य योजनाओं की समीक्षा करने का आग्रह किया, जिसका लक्ष्य उत्तर प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाना है। इसके अलावा, उन्होंने वृक्षारोपण अभियान, "स्कूल चलो" अभियान और संचारी रोगों को नियंत्रित करने के प्रयासों की सफलता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।