देश में लोकतंत्र(Democracy) है, हसीन ख्वाब कोई भी देख सकता है। अपनी मांग रख सकता है। चुनाव लड़ने के लिए टिकट की कामना कर सकता है। किंतु सोच एवं सेवा की परिकल्पना को जनता की कसौटी पर खरा उतरना पड़ता है, जिसके लिए बहुत कुछ बलिदान करने की परंपरा चली आ रही है। पूर्व जिला अध्यक्ष के पुत्र होने के नाते टिकट मांगना समाज सेवा का दम भरना अच्छी बात है। कभी समाजवादी पार्टी को इन्ही पूर्व अध्यक्ष महोदय के कार्यकाल में नेता के चौखट की चेरी बनाकर रख दिया गया था।
समाजवादी पार्टी उस समय स्वयं मजबूत होने के बाद भी उसी नेता के इर्द-गिर्द नाचा करती थी। जिन कथित पूर्व अध्यक्ष के बेटे होने का दंभ भरते हुए टिकट की डिमांड हो रही है उनके यही जिलाध्यक्ष प्लांटेड जिला अध्यक्ष के रूप में न केवल समाजवादी पार्टी को कमजोर करने की क्रम में लगे रहे, बल्कि आज भी यह समाजवादी पार्टी को कमजोर करने के लिए अंदर ही अंदर तिकड़म की बिसात विछाते रहे हैं, जिसकी राष्ट्रीय नेतृत्व तक को पूरी जानकारी है। (Democracy)
फिलहाल, इस बार किसी भी साजिश को जनता नकारने का मन बना चुकी है। अभी ऐसे टिकट मांगने वाले कई मोहरे शतरंज की बिसात पर बारी बारी से बिछाए जाएंगे, जो किसी आधार के बिना अपनी राजनीति तलाशेगे, जिसका उत्तर सिर्फ और सिर्फ जनमानस के बीच है। विश्वनाथगंज विधानसभा में संजय पाण्डेय एवं उनकी समाजवादी विचारधारा के प्रति क्षेत्र का बच्चा-बच्चा सपरिवार आशीर्वचन के रूप में साथ खड़ा है। इस बार किसी की दाल नहीं गलने वाली है। विश्वनाथगंज विधानसभा क्षेत्र की जनता संजय पाण्डेय के नेतृत्व में समाजवादी विचारधारा को मजबूत करने का मन बना चुकी है, किसी के नापाक इरादे अब इसे रोक पाने में कामयाब नहीं होंगे। (Democracy)