img

Up Kiran Digital Desk: ओडिशा के मयूरभंज इलाके में एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी है। नुआगांव निवासी देबाशीष पात्रा ने अपनी पत्नी और सास की बेरहमी से हत्या कर दी। हत्या के बाद उसने दोनों शवों को घर के पीछे बगीचे में दफना दिया। इतना ही नहीं, आरोपी ने शवों को दफनाने वाली जगह पर एक केले का पेड़ भी लगा दिया ताकि किसी को शक न हो।

15 जुलाई को हुई यह घटना अब प्रकाश में आई है। कुछ ग्रामीणों ने देबाशीष को अपने बगीचे में खुदाई करते देखा था। उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी। जाँच के दौरान, पुलिस खुदाई स्थल पर गई और वहाँ सड़ी-गली अवस्था में दो शव मिले। देबाशीष से पूछताछ की गई तो उसने पहले तो गोलमोल जवाब दिए, मगर फिर खाकी की धमकी मिलने पर उसने हत्या की बात कबूल कर ली। उसने हत्या की योजना बनाई और अपनी पत्नी और सास की हत्या कर दी। हत्या से पहले उसने एक गड्ढा खोदा था। हत्या के बाद उसने दोनों शवों को दफना दिया।

देबाशीष ने अपनी पत्नी और सास की पत्थर से कुचलकर हत्या कर दी। मगर हत्या के पीछे की असली वजह अभी भी स्पष्ट नहीं है। योजना के मुताबिक, आरोपी देबाशीष ने खुद ही अपनी पत्नी और सास की हत्या के बाद थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। मगर उसके रिश्तेदारों को देबाशीष पर शक था। पुलिस ने जब घटना की जाँच की, तो उन्हें कुछ ग्रामीणों से पता चला कि देबाशीष ने घर के पीछे एक गड्ढा खोदा था। जब पुलिस ने जेसीबी की मदद से उस जगह पर दोबारा खुदाई शुरू की जहाँ गड्ढा खोदा गया था, तो दोनों के शव बरामद हुए।

इस बीच, मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तेज़ी से जाँच शुरू की। देबाशीष से गहन पूछताछ की गई, तो उसने हत्या की बात कबूल कर ली। उसने बताया कि उसने 15 जुलाई को दोनों की पत्थर से कुचलकर हत्या कर दी थी। उसने पुलिस को शिकायत दी थी कि उसकी पत्नी और सास पिछले 15 दिनों से लापता हैं। हालाँकि, जाँच के दौरान पता चला कि दोनों की हत्या सुनियोजित थी। पुलिस ने इस मामले में देबाशीष को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच कर रही है।

--Advertisement--