उदयपुर॥ उदयपुर में कोरोना की रिपोर्ट को लेकर चौंकाने वाला मामला सामने आया है। दो घंटे के अंतराल में अलग-अलग सेंटर्स पर कराई गई कोरोना जांच की रिपोर्ट अलग-अलग आने से सवाल तो खड़े ही हुए हैं, साथ ही जांच कराने वाले व्यक्ति के लिए भी परेशानी खड़ी हो गई। हालांकि, एहतियात के तौर पर वह व्यक्ति अब एकांतवास में है।
मामला उदयपुर जिले के सेमारी के चँदोड़ा स्कूल के एक शिक्षक का है। शिक्षक का कहना है कि उनके पिता बीमार हुए थे तो वे उन्हें लेकर जांच कराने आए थे, पिता कोरोना पॉजिटिव निकलने के बाद नियमानुसार उन्होंने अपनी जांच कराई। उन्होंने अपना पहला सैम्पल 16 सितम्बर दोपहर 1 बजे गीतांजलि हॉस्पिटल में दिया, लेकिन उन्होंने 2 जगह से पुष्टि के मद्देनजर उसी दिन 2 घंटे बाद अपना सैम्पल उदयपुर के कृषि मंडी कोरोना जांच सेंटर पर दिया।
हैरानी तो तब हुई जब दोनों की रिपोर्ट अलग-अलग आई। गीतांजलि की रिपोर्ट में कोरोना नहीं था और कृषि मंडी केन्द्र पर दिए गए सैम्पल में उन्हें कोरोना पॉजिटिव बताया गया। हालांकि, उन्होंने ज्यादा तनाव नहीं लेते हुए जहां जरूरी था वहां सूचना देते हुए घर पर ही एकांतवास की प्रक्रिया अपना ली। फिलहाल वे घर पर एकांतवास में हैं। उन्होंने बताया कि पिता की तबीयत खराब होने के बाद ही वे एकांतवास में हो गए थे।
इधर, चिकित्सा महकमे में इस मामले की चर्चा है। ऐसा यदि अन्य सैम्पलों में भी हो रहा होगा तो आशंका है कि जो वास्तव में पॉजिटिव हैं वे नेगेटिव रिपोर्ट लेकर कोरोना प्रसार के माध्यम न बन रहे हों। हालांकि, नेगेटिव वालों को पॉजिटिव बताए जाने पर ज्यादा समस्या नहीं मानी जा सकती क्योंकि उनमें लक्षण नहीं होने से उन्हें घर पर ही एकांतवास में भेजा जा रहा है।