मशहूर कम्पनी फाइजर ने कोरोना वैक्सीन बना ली है और इसका ट्रायल चल रहा है, किंतु कम्पनी के पूर्व उपाध्यक्ष और मुख्य वैज्ञानिक डॉ. माइकल येडोन ने बताया कि वायरस को खत्म करने के लिए किसी भी वैक्सीन की आवश्यकता नहीं है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक डॉ. येडोन का कहना है कि महामारी को समाप्त करने के लिए वैक्सीन की बिल्कुल जरूरत नहीं है ।
मुख्य वैज्ञानिक ने कहा कि आप ऐसे लोगों का वैक्सीनेशन नहीं कर सकते हैं, जिन्हें बीमारी का संकट नहीं है। जिस वैक्सीन का मानव पर बड़े पैमाने पर परीक्षण नहीं किया गया है, ऐसे वैक्सीन को फिट और स्वस्थ लोगों को लगाने के लिए निश्चित नहीं हो सकते हैं। उनकी टिप्पणियां एडवाइजर ग्रुप फॉर एमरजेंसीज (एसएजीई) की व्यापक आलोचना के साथ खत्म हुई। एसएजीई यूके की एक सरकारी एजेंसी है, जो सरकार को आपातकाल परिस्थितियों में सलाह देती है।
मुख्य वैज्ञानिक ने बताया कि एसएजीई का कहना है कि सभी लोग अतिसंवेदनशील थे और केवल 7 संक्रमित हुए हैं। मुझे लगता है कि यह सचमुच अविश्वसनीय है। उन्होंने श्वसन वायरस के विरूद्ध इम्यूनोलोजिकल मेमोरी के क्षेत्र में सभी मिसाल को नजरअंदाज कर दिया है। मुख्य वैज्ञानिक ने आगे कहा कि उन्होंने या तो कई विश्व-अग्रणी क्लिनिकल इम्यूनोलॉजिस्टों से उत्कृष्ट गुणवत्ता वाले काम को देखा नहीं या फिर उसकी अवहेलना की है, जो दिखाती है कि लगभग 30 प्रतिशत आबादी में पूर्व प्रतिरक्षा थी।