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Cricket News: भारतीय क्रिकेट में कई क्रिकेटर ऐसे रहे हैं जिन्होंने अपने करियर के आखिर में शानदार रिकॉर्ड्स बनाए, मगर कप्तान बनने का अवसर नहीं मिला। सहवाग, युवराज सिंह, गंभीर और जडेजा इसके प्रमुख उदाहरण हैं। इसी श्रेणी में एक और नाम है अजिंक्य रहाणे, जो घरेलू और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कई खिताब जीतने के बावजूद लंबे समय से टीम इंडिया से बाहर हैं।
अजिंक्य रहाणे ने अपनी कप्तानी में कई महत्वपूर्ण जीत दर्ज की हैं, जिनमें 2020-21 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी शामिल है। पहले टेस्ट में हार के बाद, रहाणे ने मेलबर्न में शतक जड़कर टीम को वापसी दिलाई और सीरीज 2-1 से जीतने में मदद की, जिसमें गाबा की ऐतिहासिक जीत भी शामिल थी।
रहाणे की कप्तानी में मुंबई ने 2024 रणजी ट्रॉफी जीती और ईरानी कप में भी चैंपियन बने। उन्होंने ईरानी कप में रेस्ट ऑफ इंडिया के खिलाफ 97 रन की पारी खेली, जिससे उनकी टीम को कठिन हालातों से उबरने में मदद मिली।
कुछ ऐसे हैं कप्तानी के आंकड़े
टेस्ट क्रिकेट: 6 मैचों में 4 जीत, 2 ड्रॉ। तो वहीं वनडे: 3 मैचों में सभी जीत मिली। टी20: 2 मैच, 1 जीत और 1 हार।
रहाणे एक सफल बल्लेबाज और कप्तान रहे हैं, मगर 2023 के बाद से उन्हें टीम में जगह नहीं मिली है। उनकी कप्तानी के आंकड़े और उपलब्धियां ये बताते हैं कि वे एक सक्षम लीडर रहे हैं, फिर भी उन्हें टीम इंडिया से बाहर रहना पड़ा है। उनका संघर्ष इस बात का प्रमाण है कि क्रिकेट में प्रदर्शन के बावजूद चयन की प्रक्रिया कितनी कठिन हो सकती है।