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सोचिए आप घर के बाहर खड़े हों और अचानक गोलियों की आवाज़ से पूरा इलाका दहल उठे। कुछ ऐसा ही हुआ देहरादून के द्वारिका एन्क्लेव बंजारावाला इलाके में जब 19 फरवरी की शाम एक व्यक्ति को उसके घर के सामने ही गोली मार दी गई। वारदात के बाद से इलाके में दहशत है और पुलिस कार्रवाई तेज़।
क्या हुआ था उस दिन?
पीड़ित मोइन मूल रूप से कुरडी खेडा थाना सहारनपुर (उत्तरप्रदेश) का निवासी है फिलहाल अपने जीजा साजिद मलिक के साथ द्वारिका एन्क्लेव बंजारावाला में रह रहा था। उसी दिन उसी मोहल्ले में कुछ अज्ञात युवकों ने उसे निशाना बनाया और सरेआम गोली चला दी। हमलावर घटनास्थल से फरार हो गए। शुक्र है कि साजिद मलिक ने बिना वक्त गंवाए पटेलनगर कोतवाली में FIR दर्ज करवाई जिससे पुलिस को कार्रवाई का आधार मिल गया।
पुलिस की तेज़ कार्यवाही और एक गिरफ्तारी
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर विशेष टीम बनाई गई जिसने तफ्तीश के बाद एक आरोपित आयुष सैनी पुत्र प्रमोद सिंह (निवासी ग्राम बनवाला बुग्गावाला – हाल निवासी देहराखास थाना पटेलनगर) को अरेस्ट कर लिया है।
पूछताछ में सामने आया चौंकाने वाला कारण
प्रकरण की जड़ें किसी युवती से जुड़ी पुरानी रंजिश में छिपी हैं। ये निजी दुश्मनी इस हद तक बढ़ गई कि बात गोली चलाने तक आ गई। यानी मामला व्यक्तिगत दुश्मनी का है मगर इसके नतीजे बेहद खतरनाक हो सकते हैं – ना सिर्फ पीड़ित के लिए बल्कि इलाके की शांति के लिए भी।
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आरोपित के पास से घटना में प्रयुक्त बाइक भी बरामद की है जिससे ये साफ हो गया है कि वह घटना का हिस्सा था। बाकी आरोपितों की तलाश तेज़ कर दी गई है और पुलिस की टीमें निरंतर दबिश दे रही हैं।
दून में बढ़ता अपराध, चिंता की बात
राजधानी देहरादून जैसे शांत शहर में सरेआम गोलीकांड होना किसी अलार्म से कम नहीं। ये घटना केवल एक अपराध नहीं बल्कि एक संकेत है कि व्यक्तिगत झगड़े अब हिंसा की शक्ल ले रहे हैं। लोगों के बीच गुस्सा ईगो और बदला लेने की प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है और ये समाज के लिए खतरे की घंटी है।