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Up Kiran, Digital Desk: क्या आपने कभी सोचा है कि जब पुलिस अपराधियों के खिलाफ 'एक्शन मोड' में आती है, तो एक राज्य में क्या माहौल होता है? उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) से एक बड़ी खबर सामने आई है, जहाँ राज्य के पाँच अलग-अलग शहरों में पुलिस ने सोमवार, 17 नवंबर, 2025 को एक साथ कई अपराधियों के साथ 'मुठभेड़' (encounters) की हैं! इन ताबड़तोड़ ऑपरेशनों में कई शातिर अपराधी पुलिस के हत्थे चढ़ गए, और कुछ को मुठभेड़ में मार गिराया गया, जिससे योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार की अपराध के खिलाफ 'ज़ीरो टॉलरेंस' नीति साफ दिखाई दे रही है.

कौन से शहरों में हुए एनकाउंटर, और पकड़े गए कौन?

उत्तर प्रदेश पुलिस ने आज एक बड़ा अभियान चलाते हुए, राज्य के विभिन्न हिस्सों में सक्रिय अपराधियों पर शिकंजा कसा. जिन पाँच प्रमुख शहरों में ये मुठभेड़ें हुईं, उनमें शामिल हैं:

  1. बुलंदशहर (Bulandshahr): यहाँ भी पुलिस ने शातिर अपराधियों को घेरकर उन पर कार्रवाई की है.
  2. प्रतापगढ़ (Pratapgarh): अपराधों के लिए बदनाम प्रतापगढ़ में भी पुलिस ने अपराधियों के मंसूबों को नाकाम किया.
  3. सीतापुर (Sitapur): सीतापुर में भी पुलिस और अपराधियों के बीच सीधी टक्कर हुई, जहाँ कई अपराधियों को पकड़ लिया गया.
  4. शाहजहाँपुर (Shahjahanpur): यहाँ भी अपराधियों पर नकेल कसने के लिए पुलिस ने कठोर कदम उठाए.
  5. मेरठ (Meerut): पश्चिम उत्तर प्रदेश का यह शहर भी अपराधियों का एक बड़ा गढ़ रहा है, जहाँ आज पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया.

इन एनकाउंटरों में न केवल वांछित अपराधियों को पकड़ा गया, बल्कि कई शातिर बदमाशों को मुठभेड़ के बाद घायल अवस्था में भी दबोचा गया. इन सफल ऑपरेशनों से राज्य में कानून व्यवस्था को बनाए रखने में मदद मिलेगी और जनता के बीच पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ेगा.

योगी सरकार की 'ज़ीरो टॉलरेंस' नीति

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार हमेशा से ही अपराध और अपराधियों के प्रति 'ज़ीरो टॉलरेंस' (zero-tolerance policy) की नीति पर ज़ोर देती रही है. उनकी सरकार का मुख्य फोकस राज्य को अपराध मुक्त बनाना है. ये एनकाउंटर उसी नीति का हिस्सा हैं, जो अपराधियों को यह स्पष्ट संदेश देते हैं कि या तो वे कानून का पालन करें या परिणाम भुगतने को तैयार रहें.

पुलिस की इन ताबड़तोड़ कार्रवाइयों से राज्य में अपराधियों में भय का माहौल बना है, और जनता को सुरक्षित माहौल मिला है. उत्तर प्रदेश अब अपराधियों के लिए 'मुश्किलों का गढ़' बनता जा रहा है