वैसे तो नहाना सबको अच्छा ही लगता है, लेकिन सर्दियों के दौरान नहाने पर थोड़ी लगाम लगाने की ज़रूरत होती है. हालांकि ठंडक में नहाना किसी के लिए चुनौती से कम नहीं है, लेकिन एक अध्ययन के अनुसार सर्दियों में रोजाना नहाना सेहत के लिए अच्छा नहीं होता।
वहीं एक अमेरिकी के डर्मैटॉलजिस्ट डॉक्टर रनेला के अनुसार लोग रोजाना गंदे होने की वजह से नहीं बल्कि समाज के प्रेशर की वजह से नहाते हैं। कई स्टडीज में यह साबित हो चुका है कि स्किन में खुद को साफ करने की बेहतर क्षमता होती है। अगर आप जिम नहीं जाते या रोजाना पसीना नहीं बहाते, धूल-मिट्टी में नहीं रहते तो आपके लिए रोजाना नहाना जरूरी नहीं है।
-अगर सर्दियों में गरम पानी से देर तक नहाते हैं तो यह फायदे से ज्यादा आपको नुकसान पहुंचा सकताहै। ऐसा करने से आपकी स्किन ड्राई हो सकती है क्योंकि नेचुरल ऑयल निकल जाते हैं। ये ऑयल आपको मॉइश्चराइज्ड और सुरक्षित रखते हैं। अगर आपको रोजाना नहाना जरूरी है तो 10 मिनट से ज्यादा देर न नहाएं।
-आपकी स्किन अच्छे बैक्टीरिया पैदा करती है जो कि इसको हेल्दी रखते हैं और केमिकल्स के टॉक्सिन्स से बचाते हैं। जॉर्ज वॉशिंग्टन यूनिवर्सिटी (वॉशिंग्टन डीसी, यूएस) के असिस्टेंट प्रफेसर डॉक्टर सी ब्रैंडन मिशेल का कहना है कि नहाने से स्किन के नेचुरल ऑयल निकल जाते हैं जिससे गुड बैक्टीरिया भी हट जाते हैं। ये बैक्टीरिया इम्यून सिस्टम को भी सपॉर्ट करते हैं। इसलिए सर्दियों में हमें हफ्ते में दो या तीन दिन ही नहाना चाहिए।
-रोज गरम पानी से नहाने से आपके नाखूनों को भी नुकसान पहुंचता है। नहाते वक्त आपके नाखून पानी अवशोषित कर लेते हैं फिर सॉफ्ट होकर टूट जाते हैं। इनका नेचुरल ऑयल भी निकल जाता है जिससे ये रूखे और कमजोर हो जाते हैं। पर्सनल से ज्यादा अगर सोशल कंसर्न के बारे में सोचें तो रोजाना नहाने से पानी की बर्बादी भी होती है। एक स्टडी के मुताबिक एक व्यक्ति के नहाने में रोजाना 55 लीटर पानी बर्बाद होता है।