तीन नवंबर की रात भारत की राजधानी दिल्ली में भूकंप के झटके महसूस किए गए. हालांकि, इस भूकंप का केंद्र नेपाल में था. भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.4 थी. पर क्या आपने कभी सोचा है कि नेपाल में भूकंप क्यों आते हैं?
नेपाल की भौगोलिक संरचना के कारण वहां भूकंप आते रहते हैं। हमारी पृथ्वी बड़ी टेक्टोनिक प्लेटों की परतों से बनी है। नेपाल इंडो-ऑस्ट्रेलियाई और यूरेशियन प्लेटों के बीच स्थित है। जब ये दोनों प्लेटें धरती के भीतर टकराती हैं तो भूकंप महसूस होता है। इन्हीं प्लेटों के टकराने से कई साल पहले हिमालय का निर्माण हुआ था।
आपको बता दें कि नेपाल में एक बार फिर भयानक भूकंप ने भारी तबाही मचा दी है। ये जलजला शुक्रवार देर रात 11:32 पर 6.4 तीव्रता का भूकंप आया। इसमें 128 से ज्यादा लोगों की मृत्यु हो गई है। नेपाल में दो जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। इनमें रुकुम पश्चिम में 36 और 92 लोगों ने जाजरकोट में जान गंवाई।
केंद्र काठमांडू से 331 किमी उत्तर-पश्चिम में 10 किमी जमीन के नीचे था। रिपोर्ट के अनुसार इस विनाशकारी भूकंप में 500 से अधिक लोग जख्मी हुए हैं। भूकंप से कई इमारतें टूट गई हैं और मलबे में कई लोग दबे हैं।
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