प्रगति खराब होने से DM नाराज, काम ना करने वाली आशाओं को नौकरी से दिखाया बाहर का रास्ता

img

निर्दोष कुमार शर्मा

बदायूं। सरकार द्वारा चलाई जा रही जननी सुरक्षा योजना के तहत गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी सरकारी अस्पताल में कराई जानी चाहिए परंतु डिलीवरी सरकारी अस्पतालों की जगह प्राइवेट में हो रही है, प्रगति खराब होने पर डीएम नाराज हुये और कहा कि काम न करने वाली आशाओं को बाहर का रास्ता दिखाया जाये। डीएम ने कहा कि कमिशनखोर आशाओं की भी सेवा समाप्त की जाये। आयुष्मान भारत योजना पर काम न करने पर कहा कि लापरवाहों को नौकरी से बाहर किया जाये।

DM Kumar Prashant

कलक्ट्रेट सभागार में डीएम कुमार प्रशांत सीडीओ निशा अनंत, सीएमओ डॉ. यशपाल सिंह और स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारियों एवं डॉक्टरों के साथ जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक की। डीएम कुमार प्रशांत ने निर्देश दिए कि टीका लगाने की जानकारी लाभार्थियों को 1 दिन पहले फोन पर दी जाए आब्जर्वेशन रूम में लाभार्थियों के साथ चिकित्सक को भी बैठाया जाये।
आयुष्मान भारत मिशन के तहत पूरे वर्ष में प्रगति बहुत कम देखने को मिली है इस पर डीएम प्रशांत कुमार ने नाराजगी जताते हुए कहा है कि अब काम चाहिए अगर कार्य में लापरवाही की गई तो संविदा समाप्त कर नौकरी से बाहर कर दिया जाएगा।

भुगतान में देरी ना हो इसके लिए लाभार्थियों के अभिलेख लेकर उनको समय से भुगतान किया जाए योजना के तहत डिलीवरी कम होने पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देश दिए और कहा ऐसी आशाएं जिनकी प्रगति शून्य है या काम की जिम्मेदारी नहीं समझती है उन आशाओं की सेवा समाप्त कर बाहर का रास्ता दिखाया जाए
डीएम कुमार प्रशांत के निर्देशन में प्रत्येक ब्लॉक में पांच पांच प्रसव केंद्र खोले जा चुके हैं अब प्रत्येक ब्लॉक में दो-दो प्रसव केंद्र और खोलने को कहा गया है।

Related News