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रमजान मुस्लिम समुदाय के लोगों के लिए एक पवित्र महीना है। इस महीने रमज़ान के दौरान फल बाज़ार में पचास से अधिक प्रकार के खजूर उपलब्ध होते हैं। बाजार में खजूर 60 से 200 रुपये प्रति किलो तक उपलब्ध है. हालाँकि, रमज़ान में मुस्लिम भाई खजूर खाकर अपना रोज़ा क्यों खोलते हैं? ऐसा सवाल तो आपने पूछा ही होगा।

जानकारी के अनुसार, खजूर पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब का पसंदीदा था। वो जब भी रोजा तोड़ते तो वो पहले खजूर और पानी का सेवन करते थे। इसलिए सभी मुस्लिम ऐसा करते हैं।

बता दें कि खजूर एक सूखा मेवा है, जिसमें फाइबर, आयरन, सोडियम और पोटैशियम जैसे तत्व भी मौजूद होते हैं। पूरे दिन व्रत रखने के बाद शरीर को पानी की जरूरत होती है। खजूर खाने से शरीर में ऊर्जा पैदा होती है और पोषक तत्व भी मिलते हैं।

खजूर में फाइबर, जिंक, कैल्शियम, पोटैशियम, विटामिन बी6, ए, आयरन जैसे तत्व होते हैं। खजूर खाने से एसिडिटी, पेट दर्द और थकान की समस्या नहीं होती है। खजूर हड्डियों के लिए भी फायदेमंद होता है।

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