मई का महीना खत्म होने को आ गया है। जून माह की शुरुआत बृहस्पतिवार से होगी। देश में हर महीने की पहली तारीख को कुछ न कुछ बदलाव होता है। 1 जून से कई बदलाव होंगे, जिसका सीधा असर आपकी जेब पर पड़ेगा। तो जून शुरू होने से पहले जान लें कि क्या परिवर्तन आने वाले हैं और उनका आपकी जेब पर क्या असर पड़ेगा। एलपीजी सिलेंडर की कीमतें पेट्रोलियम कंपनियों द्वारा बदलाव के अधीन हैं।
इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन होंगे महंगे
1 जून से देश में इलेक्ट्रिक बाइक खरीदना महंगा होने जा रहा है। यानी 1 जून के बाद अगर आप इलेक्ट्रिक बाइक या स्कूटर खरीदने जाते हैं तो आपको ज्यादा कीमत चुकानी होगी। 21 मई को जारी एक अधिसूचना के अनुसार, भारी उद्योग मंत्रालय ने FAME-II सब्सिडी राशि को संशोधित किया है और इसे घटाकर 10,000 रुपये प्रति kWh कर दिया है। वहीं, पहले यह राशि 15000 रुपये प्रति किलोवाट थी। इस वजह से, अधिकांश इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमत 25,000 रुपये से लेकर 35,000 रुपये तक हो सकती है।
रिजर्व बैंक अभियान
1 जून से, भारतीय रिजर्व बैंक देश भर के बैंकों में लावारिस जमा राशि को निपटाने के लिए एक अभियान शुरू करेगा। इस अभियान का नाम '100 दिन 100 भुगतान' रखा गया है। रिजर्व बैंक ने इस संबंध में बैंकों को सूचित कर दिया है। इस अभियान के तहत 100 दिनों के भीतर 100 अनाधिकृत राशियों का निपटान किया जाएगा।
एलपीजी घरेलू गैस दरों में बदलाव
सरकारी तेल कंपनियां हर महीने की पहली तारीख को एलपीजी की कीमतों में बदलाव करती हैं। हर महीने एक तारीख को एलपीजी गैस के दाम तय होते हैं। पहली अप्रैल और मई को 19 किलो के कमर्शियल एलपीजी सिलिंडर के दाम घटाए गए थे. हालांकि, 14 किलो वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमत में कोई बदलाव नहीं हुआ है। मार्च के महीने में घरेलू गैस सिलेंडर के दाम में 100 रुपए की कटौती की गई थी।
सीएनजी-पीएनजी की कीमतों में बदलाव
एलपीजी सिलेंडर की तरह सीएनजी-पीएनजी की कीमतों में भी हर महीने की पहली तारीख को बदलाव होता है। पेट्रोलियम कंपनियां दिल्ली और मुंबई जैसे शहरों में सीएनजी-पीएनजी के दाम बदलती रहती हैं। अप्रैल में दिल्ली और मुंबई में सीएनजी-पीएनजी की दरों में कटौती की गई थी। 1 मई को ज्यादा कुछ नहीं बदला है। ऐसे में आम लोगों की निगाहें किसी तारीख पर टिकी हैं और उन्हें सीएनजी-पीएनजी की कीमतों में बदलाव की उम्मीद है.
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