एक युवती के साथ अमानवीय हरकत की घटना सामने आई है। बीते सवेरे एक बच्ची सड़क किनारे बेहोशी की हालत में मिली। सूचना मिलते ही परिजन व पुलिस मौके पर पहुंच गई। बच्ची को आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया। वहां उसका इलाज चल रहा है। हालांकि अभी वह बोलने की स्थिति में नहीं है। पीड़िता के भाई का आरोप है कि हत्यारों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया. ये घटना आगरा के एक गांव की है।
लड़की के हाथ-पैर तोड़ दिए गए और उसे जंगल में ले जाया गया। गला दबा कर जान से मारने की कोशिश की. बच्ची को मरा समझ आरोपी फरार हो गया। वह रात भर जंगल में उसी अवस्था में पड़ी रही। होश आने के बाद वह किसी तरह जंगल से रेंगती हुई सड़क पर पहुंची। पुलिस ने भाई की शिकायत पर दुष्कर्म की प्राथमिकी दर्ज की है।
परिजनों के मुताबिक गुरुवार की दोपहर किशोरी अपनी मौसी के घर जा रही थी. मगर वहां नहीं पहुंचे। घर वालों को लगा कि वह होली खेल रही होगी। शाम छह बजे के बाद भी किशोरी के घर नहीं लौटने पर परिजन को चिंता हुई। वह मौसी के घर नहीं पहुंची थी तो उसकी तलाश शुरू की गई। शुक्रवार सुबह जंगल के पास सड़क पर एक व्यक्ति को बच्ची घायल हालत में पड़ी मिली। उन्होंने ये सूचना पुलिस को दी।
पीड़िता के भाई ने कहा- हम घटनास्थल पर पहुंचे तो बहन की हालत बेहद नाजुक थी। दो मिनट के लिए उसे होश आया और फिर बेहोश हो गई। शरीर पर कपड़े नहीं थे। आंखों से खून बह रहा था। फिर उसे जंगल में फेंकने के लिए ले जाया गया। उन्हें पीठ और सिर में गंभीर चोटें आई हैं। आरोपी ने उसे मरा समझकर जंगल में फेंक दिया। वह रात भर वहीं पड़ी रही। पीड़िता के भाई ने बताया कि सुबह जब वह होश में आई तो सड़क पर पहुंचने में सफल रही.
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