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Up Kiran, Digital Desk: अगर आपकी हथेली में भाग्य रेखा बार-बार टूटती दिखे या आड़ी-तिरछी चल रही हो तो सावधान हो जाइए। हस्तरेखा शास्त्र कहता है कि ऐसी रेखा जीवन में लगातार रुकावटें लाती है। हर काम शुरू करने से पहले कोई न कोई अड़चन आएगी। जीवन रेखा को काटने वाली भाग्य रेखा उस उम्र में बड़ा संकट दिखाती है। कभी दुर्घटना तो कभी आर्थिक तंगी तक का योग बन जाता है। जितनी साफ और सीधी रेखा होगी उतना मजबूत भाग्य माना जाएगा।

शुक्र पर्वत से निकलती हो तो शादी के बाद चमकेगी किस्मत

कई लोगों की भाग्य रेखा शुक्र पर्वत यानी अंगूठे के नीचे वाले उभार से शुरू होती है। ऐसे लोगों का भाग्य शादी के बाद ही खुलता है। ससुराल से धन लाभ के जबरदस्त योग बनते हैं। लव लाइफ भी शानदार रहती है। लेकिन बुढ़ापा थोड़ा कष्टमय हो सकता है और वैवाहिक जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं।

शनि पर्वत तक बिना रुके पहुंचे तो आप हैं सबसे लकी

जिनकी भाग्य रेखा मणिबंध से शुरू होकर सीधी शनि पर्वत तक जाती हो वो सचमुच भाग्यशाली होते हैं। जीवन के हर क्षेत्र में सफलता इनके कदम चूमती है। करियर हो या धन दोनों में ये लोग बुलंदी छूते हैं। ऐसी रेखा मिलना बहुत दुर्लभ होता है।

भाग्य रेखा आखिर होती कहाँ है?

हथेली के सबसे नीचे वाले हिस्से यानी मणिबंध से एक सीधी लकीर ऊपर की ओर जाती है और बीच वाली उंगली के नीचे शनि पर्वत तक पहुँचती है। यही आपकी भाग्य रेखा है। इसी से करियर की दिशा और किस्मत का हाल पता चलता है। याद रखें पुरुषों का दाहिना हाथ और महिलाओं का बायाँ हाथ देखा जाता है।