img

Up Kiran, Digital Desk: भारतीय क्रिकेट के दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने आखिरकार इंडियन प्रीमियर लीग को अलविदा कह दिया। बुधवार को सोशल मीडिया पर की गई उनकी घोषणा के साथ ही आईपीएल का एक सुनहरा अध्याय समाप्त हो गया। आँकड़ों की बात करें तो अश्विन ने 221 मुकाबले खेले और 187 विकेट अपने नाम किए। यही नहीं, वह आईपीएल के इतिहास में पांचवें सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ के तौर पर दर्ज हो गए।

38 साल की उम्र में अश्विन का यह कदम भले हैरान करने वाला हो, लेकिन उनका करियर इस बात का सबूत है कि वह हमेशा बदलते दौर के हिसाब से खुद को ढालने में माहिर रहे।

शुरुआत और अंत: चेन्नई के साथ सफर

अश्विन का सफर वहीं से शुरू हुआ, जहां उनका क्रिकेट भी पनपा—चेन्नई सुपर किंग्स। पहली बार उन्होंने धोनी की कप्तानी वाली टीम के साथ खिताब जीता और आखिरी बार भी सीएसके की ही जर्सी पहनकर मैदान पर उतरे। इस बीच उन्होंने राइजिंग पुणे सुपरजायंट, किंग्स इलेवन पंजाब (अब पंजाब किंग्स), दिल्ली कैपिटल्स और राजस्थान रॉयल्स की जर्सी भी पहनी।

हालांकि, आईपीएल 2025 में उनकी घर वापसी उतनी शानदार साबित नहीं हुई। नौ मैचों में गेंदबाज़ी करते हुए वह 9.12 की इकॉनमी रेट के साथ अपने करियर की सबसे महंगी गेंदबाज़ी कर बैठे।

उपलब्धियां और यादगार लम्हें

अश्विन का IPL करियर केवल विकेटों की गिनती तक सीमित नहीं रहा, बल्कि कई ऐसे पल भी थे जिन्हें आज भी फैन्स गर्व से याद करते हैं।

2011 का फाइनल और गेल का विकेट
चेन्नई और आरसीबी के बीच खिताबी मुकाबला। पहले ही ओवर में क्रिस गेल को पवेलियन भेजकर अश्विन ने चेन्नई की जीत की नींव रख दी। यह गेंदबाज़ी उनके IPL करियर का defining moment मानी जाती है।

सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2016 में
राइजिंग पुणे सुपरजायंट के लिए खेलते हुए उन्होंने पंजाब के खिलाफ 4/34 का करिश्मा दिखाया। यह अब तक का उनका सर्वश्रेष्ठ आंकड़ा है।

पंजाब की कप्तानी
साल 2018 में वह किंग्स इलेवन पंजाब के कप्तान बने। हालांकि टीम उस सीजन में सातवें नंबर पर रही, लेकिन अश्विन की यह नई भूमिका चर्चा का विषय बनी रही।

2019 का ‘मंकड’ विवाद
जोस बटलर को रन आउट करने का उनका फैसला क्रिकेट जगत में बहस का मुद्दा बन गया। किसी ने इसे नियम सम्मत ठहराया, तो किसी ने ‘स्पिरिट ऑफ क्रिकेट’ के खिलाफ। दिलचस्प बात यह है कि तीन साल बाद वही बटलर और अश्विन राजस्थान रॉयल्स में साथी खिलाड़ी बने।

2022 का ‘टैक्टिकल रिटायर्ड आउट’
राजस्थान रॉयल्स की ओर से खेलते हुए अश्विन ने नया इतिहास लिखा। 28 रन पर बल्लेबाज़ी छोड़कर वह खुद ही पवेलियन लौट गए और दूसरे बल्लेबाज़ को मौका दिया। यह रणनीतिक कदम पूरे टूर्नामेंट का सबसे बड़ा चर्चित क्षण बना।

एलिमिनेटर का हीरो 2024
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ नॉकआउट मुकाबले में अश्विन ने 2/19 की जादुई गेंदबाज़ी कर RCB की कमर तोड़ी और टीम को जीत दिलाई। इस प्रदर्शन से वह ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ बने।

नया अध्याय और भविष्य की राह

आईपीएल से विदाई के साथ ही अब अश्विन विदेशी टी-20 लीग्स में खेलने के पात्र हो गए हैं। बीसीसीआई के नियमों के तहत मौजूदा भारतीय क्रिकेटर विदेशी लीग में हिस्सा नहीं ले सकते, लेकिन IPL से संन्यास लेने के बाद मैदान उनके लिए खुला है। माना जा रहा है कि अश्विन भी दिनेश कार्तिक की तरह विदेशी लीग्स का रुख कर सकते हैं।

--Advertisement--