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Up Kiran, Digital Desk: देश में सड़क सुरक्षा को लेकर जितने नियम बनाए जा रहे हैं, जमीनी हकीकत उतनी ही चिंताजनक होती जा रही है। राजस्थान के बीकानेर जिले में सोमवार देर रात एक ऐसा ही भयावह हादसा सामने आया, जिसने न सिर्फ पांच परिवारों को गहरे शोक में डाल दिया, बल्कि एक बार फिर राष्ट्रीय राजमार्गों की खतरनाक स्थिति को उजागर कर दिया।

श्रद्धा की यात्रा बनी मातम का कारण

यह दर्दनाक हादसा बीकानेर के सिखवाल इलाके के पास राष्ट्रीय राजमार्ग-11 पर तब हुआ जब दो कारें तीर्थस्थल खाटूश्यामजी से लौट रही थीं। रात करीब 11 बजे दो स्विफ्ट डिज़ायर कारों की आमने-सामने की भिड़ंत इतनी तेज़ थी कि दोनों वाहन पूरी तरह चकनाचूर हो गए। घटना में मौके पर ही चार लोगों की मौत हो गई, जबकि एक घायल ने अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया।

शवों को निकालने में लग गया एक घंटा, हाईवे पर मची अफरा-तफरी

घटना के बाद घटनास्थल पर अराजकता फैल गई। कारों में फंसे शवों और घायलों को निकालने में स्थानीय लोगों और पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। बिजली न होने के कारण लोगों ने मोबाइल की टॉर्च जलाकर बचाव अभियान में मदद की। कुछ शव कार के भीतर बुरी तरह फंसे हुए थे जिन्हें निकालने में इलेक्ट्रिक कटर का इस्तेमाल करना पड़ा।

पीड़ित कौन थे?

दुर्घटना में जान गंवाने वालों की पहचान मनोज जाखड़, करण, सुरेंद्र कुमार, दिनेश और मदन सारण के रूप में हुई है, जो बीकानेर के अभयसिंहपुरा, बिग्गा और श्री डूंगरगढ़ इलाकों से संबंधित थे। वहीं, संतोष कुमार, मल्लूराम, जितेंद्र और लालचंद जैसे कई गंभीर रूप से घायल व्यक्तियों को इलाज के लिए पीबीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

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