पंजाब के कृषकों के सामने एक और समस्या खड़ी हो गई है. राज्य के कई क्षेत्रों से रिपोर्ट मिली है कि गेहूं की बुआई के लिए डीएपी खाद उपलब्ध नहीं है. इसके चलते खाद व्यापारियों ने अन्नदाताओं को लूटना शुरू कर दिया है। किसानों को महंगे दामों पर खाद दी जा रही है।
प्राप्त सूचना के अनुसार, इस वक्त राज्य में रबी की मुख्य फसल गेहूं की बुआई हो रही है, किंतु, डीएपी खाद नहीं मिलने के कारण किसान परेशान हो रहे हैं. किसानों को बाजार में खाद नहीं मिल रही है और किसान चोर बाजार में महंगी खाद खरीद रहे हैं.
इस संबंध में व्यापारियों ने बताया कि राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनाव के कारण केंद्र ने वहां ज्यादा डीएपी खाद भेजी है और पंजाब में इस बार सामान्य से बहुत कम खाद आई है.
दरअसल, पंजाब कृषि विश्वविद्यालय, लुधियाना और कृषि विभाग किसानों को बता रहे हैं कि गेहूं की अच्छी पैदावार के लिए बुआई का सही वक्त अक्टूबर के चौथे सप्ताह से 15 नवंबर तक है, किंतु, डीएपी नहीं मिलने से किसान परेशान हैं. .
किसान संगठनों का कहना है कि मान सरकार को गेहूं की बुआई के लिए पहले ही डीएपी खाद का ऑर्डर देना चाहिए था. वक्त पर गेहूं की बुआई न करने से न केवल उपज घटती है, बल्कि गुणवत्ता भी बहुत कम हो जाती है।
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