कनाडा और भारत तनाव के बीच एक बड़ी खबर निकलकर सामने आ रही है जो कनाडा में पाकिस्तानी दखल की गवाही देती दिखाई दे रही है। आपको याद होगा कि किस तरह पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत और कनाडा के मुद्दे को उठाया था। पाकिस्तान ने खुले तौर पर कनाडा का समर्थन भी किया था। इसी कड़ी में भारत की सुरक्षा एजेंसियों के हवाले से ये चर्चा है कि पाकिस्तान की एजेंसी आईएसआई भारत के विरूद्ध कनाडा में कड़े तंत्र रच रही है।
इतना ही नहीं दहशतगर्दों को पनाह दे रही है। उन्हें हथियार से लेकर पैसा, डेटा समेत कई अहम चीजें मुहैया करा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कनाडा में रहकर पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्र हमेशा से ही कनाडा के आंतकी संस्थाओं के निशाने पर रहते हैं। आंकड़ों की मानें तो कनाडा में रह रहे भारतीयों की संख्या अच्छी खासी है। इसी के चलते वहां छात्रों की संख्या भी अच्छी है।
रिपोर्ट बताती है कि भारत के जो बच्चे पढ़ने के लिए विदेश जाते हैं, उनमें से लगभग 14 फीसदी कनाडा का रुख करते हैं। दावा तो ये भी किया जाता है कि वहां विशेष विचारधारा से जुड़े लोग इन छात्रों से इमिग्रेशन के नाम पर मोटी रकम भी वसूलते हैं। जो छात्र भारत वापस नहीं आना चाहते उन्हें भी ये लोग अपने संगठन का हिस्सा बना लेते हैं और उन छात्रों की भारत के प्रति विचारधारा को बदल देते हैं और इसका ये नतीजा होता है कि भारतीय दूतावास के बाहर भारी संख्या में प्रदर्शन होते हैं।
भारतीय एजंसियां कई बार कर चुकी हैं आगाह
अब जो जानकारी मिली है उसने कनाडा के इस भारत विरोधी एजेंडे की पूरी पोल खोल दी है। दावा है कि आईएसआई कनाडा में बड़ी फंडिंग करता है और सभी आतंकी संगठन भारत के विरूद्ध जहर उगलते हैं। अब हालात ऐसे हो गए हैं कि कनाडा के पीएम इस समय इन्हीं आतंकियों के चलते कोई भी फैसला नहीं ले पा रहे हैं और देश की स्थिति को नियंत्रण कर पाने में विफल नजर आ रहे हैं।
ऐसा नहीं है कि भारत को इस आतंक की फैक्ट्री के बारे में पता नहीं था या इस राज पर से अभी पर्दा उठाया गया है। भारत की खुफिया एजेंसियों और भारत ने हमेशा से ही समय समय पर कनाडा को इस बात के लिए चेताया है। मगर कनाडा ने हर बार भारत की बात को इग्नोर किया।
--Advertisement--