इजरायल के राफा शहर में हुए हमले में 45 निर्दोषों की मौत हो गई। एक बार फिर विश्व के सामने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अपनी गलती कबूल की है। इस अत्यंत दुखद घटना में नेतन्याहू ने कहा कि ये भारी मिस्टेक थी, जिसके कारण राफा में फिलिस्तीनियों की टेंट में आग लग गई।
इस हमले के बाद, इजरायल ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचना का सामना किया। गाजा पट्टी में आम लोगों की मौत को लेकर इजरायल के करीबी भी आलोचना कर रहे हैं, और इसमें अमेरिका भी शामिल है।
बेंजामिन नेतन्याहू ने राफा में हुई आम लोगों की मौत पर अफसोस जताते हुए भी कहा कि जंग नहीं रुकेगी। उन्होंने कहा कि इजरायल सफेद झंडा तब तक नहीं लहराएगा जब तक हमास को हरा नहीं देते।
अभी हाल ही में इंटरनेशनल कोर्ट ने भी कहा था कि राफा में तुरंत युद्ध रोक दिया जाए। हालांकि इजरायल ने अदालत का आदेश भी मानने से मना कर दिया। इजरायल का कहना है कि वह अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत ही आत्मरक्षा के लिए जंग लड़ रहा है। यहूदी देश का कहना है कि सेफ्टी के लिए हमास को पूरी तरह से मिटाना जरूरी है।
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