Up Kiran, Digital Desk: बिहार की राजनीति में एक बार फिर अपराध और कानून-व्यवस्था बड़ा मुद्दा बन गया है। पटना के पालीगंज में हुए गोलीकांड के बाद आरजेडी नेता और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार सरकार पर जबरदस्त हमला बोला है। उनका बयान न सिर्फ तीखा था बल्कि सोशल मीडिया और सियासी गलियारों में तेजी से वायरल हो गया।
तेजस्वी यादव ने कहा कि जो सरकार चूहा नहीं पकड़ पा रही है, वो अपराधियों को क्या खाक पकड़ेगी। उनकी यह टिप्पणी स्पष्ट तौर पर राज्य सरकार की नाकामी की ओर इशारा करती है, खासकर अपराध नियंत्रण के मोर्चे पर।
पालीगंज में क्रिकेट टूर्नामेंट बना खूनी मैदान
घटना की बात करें तो बुधवार रात पटना जिले के पालीगंज अनुमंडल के रानी तालाब थाना क्षेत्र में एक स्थानीय क्रिकेट टूर्नामेंट के दौरान गोलियों की तड़तड़ाहट से इलाके में सनसनी फैल गई। बाइक सवार अपराधियों ने मुखिया प्रतिनिधि अंजनी सिंह और दो अन्य लोगों को गोली मार दी।
गंभीर रूप से घायल अंजनी सिंह ने अस्पताल में दिए अपने बयान में सीधे तौर पर विक्रम के विधायक सिद्धार्थ सौरभ, गनौरी यादव और राजेश यादव पर जानलेवा हमला करवाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि अगर मेरी जान जाती है, तो इन तीनों के कारण ही जाएगी। ये बयान अब राजनीति में तूफान ला चुका है, क्योंकि इसमें सीधे तौर पर एक सत्ताधारी विधायक का नाम सामने आया है।
तेजस्वी यादव का आरोप: अपराधियों की नहीं, निर्दोषों की हो रही है पिटाई
तेजस्वी यादव ने अपनी बात यहीं खत्म नहीं की। उन्होंने बिहार पुलिस पर भी हमला बोलते हुए कहा कि यहां पुलिस की गुंडागर्दी चरम सीमा पर है। अपराधी खुले घूम रहे हैं और निर्दोष लोगों को थाने बुला-बुलाकर मारा जा रहा है। महिलाएं तक सुरक्षित नहीं हैं, लेकिन सरकार मूकदर्शक बनी हुई है।
उनका दावा है कि नीतीश कुमार की सरकार में कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है और लोग खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।

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