आंखें ईश्वर का सबसे खूबसूरत उपहार हैं। इन्हीं आखों से मनुष्य दुनिया को ख़ूबसूरती को निहार सकता है। अगर आखें न हों तो जिंदगी में अँधेरे के सिवा कुछ भी नहीं रहेगा। यही वजह है कि स्वास्थ्य विशेषज्ञ लोगों को समय समय पर आखों को सुरक्षित रखने के उपाय बताते रहते हैं। इसके बाद भी हम कई बार ऐसी गलतियां कर जाते हैं जिससे आंखों को गंभीर नुकसान होने का खतरा बढ़ जाता है। गंभीर स्थितियों में आंखों की रोशनी तक जा सकती है।
नेत्र विशेषज्ञ की माने तो मौजूदा समय में हमारी जीवनशैली बेहद खराब हो चुकी है जिसका सीधा असर आंखों की सेहत पर पड़ रहा है। बहुत कम उम्र में ही लोगों को नेत्र संबंधी कई तरह की परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं। आंखों को स्वस्थ रखने के लिए आहार की विशेष भूमिका होती है। पौष्टिक आहार की कमी की वजह से भी आंखों की रोशनी पर विपरीत प्रभाव पड़ता है । आइए जानते हैं कुछ ऐसे आदतों के बारे में जो हमारी आंखों को गंभीर क्षति पहुंचा सकती हैं।
बढ़ा हुआ स्क्रीन टाइम
अधिकतर लोगों को स्क्रीन पर ज्यादा समय बिताना पड़ता है जिसका साइड इफेक्ट आँखों पर पड़ता है। स्क्रीन कैसा भी हो- मोबाइल, टीवी, लैपटॉप सभी तरह के स्क्रीन पर अधिक समय बिताना आंखों के लिए नुकसान दायक होता है। इससे आंखों में सूखापन, लालिमा और खुजली की समस्या बढ़ें लगती है। इसेक साथ ही कम रोशनी में स्क्रीन को देखने से आंखों पर और अधिक दबाव पड़ता है और नुकसान होता है।
आहार में पोषकता की कमी
आंखों को स्वस्थ बनाए रखने में पौषिक आहर की अहम भूमिका होती है। आखों के बेहतर स्वस्थ के लिए विटामिन ए, जिंक, ओमेगा-3 फैटी एसिड और विटामिन सी जैसे पोषक तत्व आवश्यक होते हैं। गाजर आंखों की रोशनी के लिए अच्छा आहार मानी जाती है। नारंगी रंग के फल और सब्जियां, गहरे रंग के पत्तेदार साग, अंडे, नट्स, और शी फूड्स आंखों की रोशनी बढ़ाने और उन्हें स्वस्थ रखने में कारगर होते हैं।
नींद पूरी न होना
अगर आप भी रोजाना 7-9 घंटे की नींद नहीं लेते ये आपके मानसिक स्वास्थ्य के साथ-साथ आंखों के लिए भी घातक साबित हो सकती है। डॉक्टर की मानें तो पर्याप्त नींद कमी की वजह से आंखें लाल हो सकती हैं। इसके साथ ही आंखों के सूखेपन और धुंधलेपन की भी समस्या आ सकती है। आंखों के स्वास्थ्य के लिए रात में अच्छी नींद लेना बहुत आवश्यक होता है।