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शिमला। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार संकट में आ गई है। विक्रमादित्य सिंह ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि उन्होंने अगले कदम को लेकर पत्ते नहीं खोले हैं। बीजेपी के 15 विधायक सदन ने निलंबित कर दिए गए हैं। इसी के साथ अफवाहों का बाजार भी गर्म यही। सीएम सुक्खू के इस्तीफे की अफवाह है, लेकिन सीएम ने खुद इन अफवाहों का खंडन किया है। सुक्खू ने कहा कि बीजेपी की ओर से फैलाई जा रही अफवाहों पर विश्वास न करें। बीजेपी लोकतंत्र की हत्या करने पर उतारू है।

हिमाचल प्रदेश में जारी सियासी संकट के बीच कांग्रेस डैमेज कंट्रोल में जंयती यही। वरिष्ठ कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार शिमला पहुँच रहे हैं। डीके शिवकुमार ने कहा है कि किसी भी तरह की अफवाहों में नहीं पढ़ना चाहिए। मुझे पूरा भरोसा है कि कांग्रेस पार्टी के विधायक पार्टी के प्रति वफादार रहेंगे और जनादेश का पालन करेंगे। शिवकुमार ने कहा कि चिंता की बात यह है कि सत्ता हासिल करने के लिए बीजेपी लोकतंत्र और जनादेश को कुचलने का प्रयास कर रही है।  

उधर विधानसभा में इस समय अफरातफरी का माहौल है। बीजेपी के निष्कासित सभी 15 विधायक सदन में ही मौजूद हैं और स्पीकर के फैसले के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। बीजेपी विधायकों और सुरक्षाकर्मियों के साथ धक्कामुक्की की भी खबरें हैं। इस दौरान विधानसभा के अंदर बीजेपी विधायक रणधीर शर्मा की तबीयत बिगड़ गयी है। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर को विधानसभा से मार्शल ने बाहर कर दिया है। बीजेपी विधायकों का कहना है कि अगर विधायक रणधीर शर्मा को कुछ हुआ, तो इसके लिए पुलिस जिम्मेदार होगी।

गौरतलब यही कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार के पास बहुमत होने के बावजूद राज्यसभा की सीट बीजेपी ने जीत ली। इसके बाद से ही प्रदेश में सियासी हलचल तेज हो गई है। कांग्रेस विधायकों को तोड़कर बीजेपी किसी भी सूरत में सुक्खू सरकार को गिराने पर आमादा नजर आ रही है। उधर हंगामे के चलते संसदीय कार्यमंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि सदन को इन हालातों में चलाया जाना संभव नहीं है। सदन में  उनके साथ धक्कामुक्की की गई। 
 

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