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प्रेसिडेंट बाइडन पर रूस ने अपनी छवि चमकाने के लिए इराक और सीरिया में हमले कराने का इल्जाम लगाया है। रूस ने कहा कि यह पलटवार अमेरिकी फौजियों पर हुए घातक हमले का बदला लेने के लिए नहीं, बल्कि प्रेसिडेंट चुनाव में अपनी छवि सुधारने के लिए किया गया है. जॉर्डन में तीन अमेरिकी सैनिकों की हत्या के बाद अमेरिका ने शुक्रवार को ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड (आईआरजीसी) और संबद्ध समूहों के दर्जनों सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले किए। वाशिंगटन ने सैनिकों की मौत के लिए ईरान समर्थित मिलिशिया को जिम्मेदार ठहराया।

यूएन में रूस के राजदूत वासिली नेबेंज़िया ने सुरक्षा परिषद की मीटिंग में कहा कि अमेरिकी कार्रवाई का कोई औचित्य नहीं है. उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि अमेरिका में प्रेसिडेंट चुनाव प्रचार का माहौल है और इसका असर राजनीतिक स्थिति पर पड़ेगा. साथ ही उन्होंने ये भी इल्जाम लगाया कि अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र में मौजूदा अमेरिकी प्रशासन की विनाशकारी छवि को किसी तरह सुधारने की कोशिश की जा रही है।

अमेरिकी मतदाता अगले चार सालों के लिए प्रेसिडेंट चुनने के लिए नवंबर में मतदान करेंगे। व्हाइट हाउस ने बिडेन के बारे में नेबेंज़िया की टिप्पणियों पर तुरंत प्रतिक्रिया नहीं दी। संयुक्त राष्ट्र में उप अमेरिकी राजदूत रॉबर्ट वुड ने संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुच्छेद 51 के तहत सीरिया और इराक में अमेरिकी हमलों को उचित ठहराया, जिसमें सशस्त्र हमले के खिलाफ आत्मरक्षा का व्यक्तिगत या सामूहिक अधिकार शामिल है।

उन्होंने कहा, "मैं यह स्पष्ट कर दूं कि हम गाजा में संघर्ष को रोकने और कम करने के लिए सक्रिय रूप से कार्य कर रहे हैं, मगर अमेरिका किसी भी क्षेत्र में और संघर्ष की इच्छा नहीं रखता है।"

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