अमेरिका और ईरानी लड़ाकों के मध्य युद्ध का मैदान सीरिया बन रहा है। सीरिया में अमेरिकी अड्डों पर ड्रोन हमले में एक अमेरिकी कांट्रैक्टर की मौत के बाद अमेरिका ने सीरिया पर बम वर्षा की। ईरानी लड़ाकों पर हवाई हमले के बाद अमेरिका के प्रेसिडेंट बाइडन ने ईरान को वार्निंग भी दी है। बाइडन ने कहा है कि वह अमेरिकी नागरिकों को बचाने के लिए सख्त कार्रवाई करेंगे।
सीरिया में अमेरिका व ईरानी लड़ाकों के बीच तनाव जारी है। सीरिया स्थित अमेरिकी फौज के एक कैंप पर ड्रोन हमले में एक अमेरिकी कांट्रैक्टर की जान चली गई थी और पांच अमेरिकी सैनिक जख्मी हो गए थे। इसके फौरन बाद अमेरिकी के अन्य शिविर पर मिसाइल हमला भी हुआ, मगर इस मिसाइल हमले में किसी के नुकसान होने की जानकारी सामने नहीं आई है। अमेरिका ने ईरान समर्थित ताकतों को इन आक्रमणों के लिए जिम्मेदार ठहराया था।
ईरान समर्थित बलों ने भी इन अटैक के बाद एक स्टेटमेंट में कहा कि उनके हाथ बहुत लंबे हैं और वह यूएस के ठिकानों पर हमला करने का दम रखते हैं।
फिर यूएसए ने जवाबी कार्रवाई की है। सीरिया में ही जवाब देते हुए अमेरिका ने ईरानी लड़ाकों के ठिकानों पर एय़र स्ट्राइक की। अमेरिका के एफ-15 लड़ाकू विमानों ने ईरान के इस्लामिक रेवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स से संबंधित संगठनों के सीरिया स्थित दो अड्डों पर हमले कर बम बरसाए। सीरिया में मानवाधिकारों के लिए कार्य करने वाली एक सोशल फाउंडेशन का दावा है कि इस अमेरिकी हमले में 8 ईरान समर्थित विमान मारे गए हैं।
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