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Up kiran,Digital Desk : पाकिस्तान की राजनीति में एक बार फिर बवाल मच गया है, लेकिन इस बार मामला सियासत से ज्यादा एक बेटे की लाचारी और डर का है। जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के बेटे कासिम खान ने सोशल मीडिया पर एक ऐसी अपील की है, जिसने पूरी दुनिया का ध्यान खींचा है। कासिम ने सीधे शब्दों में दुनिया से कहा है— “हमें मेरे पिता के जिंदा होने का सबूत (Proof of Life) चाहिए।” अदियाला जेल के अंदर आखिर चल क्या रहा है और इमरान खान का परिवार इतना डरा हुआ क्यों है? आइए जानते हैं पूरा मामला।

"क्या मेरे पिता जिंदा हैं?" बेटे की दर्दनाक अपील

इमरान खान अगस्त 2023 से जेल में हैं। उनके बेटे कासिम खान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर पोस्ट करके दुनिया भर के मानवाधिकार संगठनों और लोकतांत्रिक देशों से मदद मांगी है।
कासिम का आरोप बेहद गंभीर और रोंगटे खड़े करने वाला है। उन्होंने कहा है कि उनके पिता को पिछले 6 हफ्तों से 'डेथ सेल' (Death Cell) यानी कालकोठरी में पूरी तरह अलग-थलग (Solitary Confinement) रखा गया है।

  • न उन्हें परिवार से बात करने दी जा रही है।
  • न वकीलों को मिलने दिया जा रहा है।
  • अदालत के आदेश के बावजूद साप्ताहिक मुलाकातें बंद हैं।
    बेटे का कहना है कि अगर इस "अमानवीय अलगाव" की वजह से उनके पिता को कुछ भी होता है, तो इसके लिए पाकिस्तानी अधिकारी पूरी तरह जिम्मेदार होंगे।

अफवाहें और परिवार का डर

 

इमरान खान की बहन अलीमा खान ने भी इस डर को सच बताया है। उनका कहना है कि चूंकि इमरान की लोकप्रियता पाकिस्तान में 90% से ज्यादा है, इसलिए सरकार घबराई हुई है और उन्हें अवैध तरीके से गायब कर दिया है।

  • पीटीआई (PTI) के नेताओं का दावा है कि 4 नवंबर के बाद से किसी ने इमरान को नहीं देखा है।
  • मुलाकातें बंद होने से सोशल मीडिया पर उनकी मौत की अफवाहें भी उड़ने लगी थीं।
    हालांकि, जेल प्रशासन ने इन अफवाहों को खारिज करते हुए कहा है कि "खान साहब बिल्कुल ठीक हैं," लेकिन परिवार को उन पर रत्ती भर भी भरोसा नहीं है। जब इमरान की बहनें—अलीमा, नोरिन और उजमा—प्रदर्शन करने जेल के बाहर पहुंचीं, तो पुलिस ने उनके साथ बदसलूकी और मारपीट तक की।

किताबें छीनीं, बिजली बंद? टॉर्चर के आरोप

पार्टी के प्रवक्ता जुल्फिकार बुखारी और पीटीआई के अन्य नेताओं ने बताया कि इमरान खान को जेल में दी जाने वाली सुविधाओं को पूरी तरह खत्म कर दिया गया है। आरोप है कि उनसे पढ़ने के लिए किताबें और अखबार तक छीन लिए गए हैं। मेडिकल सुविधाएं रोक दी गई हैं और उनकी पत्नी बुशरा बीबी तक को उनसे मिलने नहीं दिया जा रहा है। पार्टी इसे 'मनोवैज्ञानिक टॉर्चर' (Psychological Torture) बता रही है ताकि 72 साल के इमरान को तोड़ा जा सके।

"खून की नदियां बह सकती हैं": बहन ने दी चेतावनी

इमरान खान की दूसरी बहन नोरिन नियाजी ने समर्थकों को आगाह किया है। उन्होंने इस्लामाबाद हाई कोर्ट के बाहर प्रदर्शन करने जा रहे कार्यकर्ताओं को चेताया कि सरकार 9 मई 2023 जैसा खूनी खेल दोबारा खेल सकती है।
नोरिन ने कहा कि उन्होंने अपनी आँखों से देखा है कि कैसे पिछले साल सुरक्षा बलों ने सीधे आम नागरिकों और बच्चों के सिर पर गोलियां मारी थीं। उन्होंने डर जताया कि सरकार फिर से स्नाइपर्स (निशानेबाजों) का इस्तेमाल कर सकती है और लाशें गायब कर सकती है। इसके बावजूद, इमरान खान के समर्थक अपने नेता के लिए सड़कों पर डटे हुए हैं।