बड़े मैच के बड़े प्लेयर टीम इंडिया के पास बहुत कम है। युवराज सिंह थे, सहवाग थे, धोनी थे, जो हर बड़े मैच में चलते थे। बड़े मैच से हमारा मतलब है नॉकआउट मैच या फिर फाइनल, सेमीफाइनल। ऐसे मैचेस जो आपको चैंपियनशिप जिताते है या फिर चैंपियनशिप के करीब ले जाते हैं। लेकिन बीते 10 सालों में हमने देखा है 2013 के बाद से अब तक हम 10 से ज्यादा आईसीसी ट्रॉफी हार चुके हैं क्योंकि बड़े मैच के प्लेयर अब हमारे पास बचे नहीं है। बड़े मैच में हमारे प्लेयर्स फेल हो जाते हैं।
पिछले वर्ल्डकप, एशिया कप जितने भी नॉकआउट मुकाबले हुए थे शर्मा भी फेल। विराट कोहली भी पस्त। ऋषभ पंत भी फुस्स। रवींद्र जडेजा और महेंद्र सिंह धोनी ने फिर भी कोशिश की थी, लेकिन वह कोशिश नाकामयाब रही और टीम इंडिया वह वर्ल्ड कप हार गई। इसके बाद से हमने 2021 की आईसीसी डब्ल्यूटीसी ट्रॉफी देखी। वहां पर भी फाइनल मैच में सब कुछ। इसके बाद हमें 2022 का टी ट्वेंटी वर्ल्ड कप देखा है। वहां पर भी सब कुछ। जो बड़े मैचेस होते हैं, नॉकआउट।
लेकिन अब भारत को सहवाग औऱ युवराज जैसा मैच जिताऊं क्रिकेटर मिल गया। ऐसा ही एक बड़ा प्लेयर अब हमें जाकर मिल गया है और जिस तरीके से वह बड़े मैचों में लगातार परफॉर्म कर रहा है। वह यह बताता है कि अगर इस प्लेयर को टीम इंडिया में लाया जाए तो टीम इंडिया को चैंपियन बना सकता है। नाम है निशांत सिंधु।
तो आप कहेंगे यह तो पहली बार सुना है या फिर अगर आप देखते होंगे तो आपने कहीं ना कहीं नाम सुना होगा। हाल ही में जो निशांत सिंधु ने टीम इंडिया को एशिया कप में करके दिखाया है उसके बाद तो आपको नाम पता चल गया होगा। यह वही निशांत सिंधु है जिन्होंने 212 का जो इंडिया का स्कोर था, उसके जवाब में एशिया कप में जो इमर्जिंग एशिया कप चल रहा है उसमें बांग्लादेश को बुरी तरह हरा दिया था। वह भी 12 ओवर के अंदर, वह भी बिना किसी विकेट के। उसके बाद टीम इंडिया ने वहां से ऐसा मैच पलटा। निशांत सिंधु ने 20 रन देकर पांच विकेट चटका दिए और कमर तोड़कर रख रखी पूरा एक तरीके से हारा हुआ मैच टीम इंडिया को जिता दिया।
निशांत सिंधु को बांग्लादेश समझ तक नहीं पाया कि आखिरकार हमारे साथ सेमीफाइनल में हो क्या गया और इसी के साथ इंडिया एशिया कप के फाइनल में पहुंच गई तो यह एक नॉकआउट मैच था, जिसमें निशांत सिंधु ने शानदार परफॉर्म किया। निशांत को जूनियर जडेजा कहा जाता है।
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