ऑल इंडिया रेलवे मैन्स फैडरेशन से सम्बद्ध नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलॉइज यूनियन के तत्वावधान में सोमवार को अलखसागर रोड़ स्थित यूनियन कार्यालय में एक जागरुक बैठक रखी गयी। वक्ताओं ने बार-बार एक ही बात दोहरायी कि रेल (Indian Railway) का निजीकरण घातक होगा, इसे हर हाल में रोकना होगा नहीं तो भयंकर परिणाम भुगतने होंगे। इसके लिए जरुरत है एकजुटता की।
नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलॉइज यूनियन के जोनल अध्यक्ष अनिल व्यास ने कहा कि रेल (Indian Railway) निजीकरण के खिलाफ आवाज को सरकार के कानों तक पहुंचाने के लिए यूनियन को हर वर्ग का साथ चाहिए। तभी यह आंदोलन खड़ा हो सकता है, रेलवे को निजी हाथों में सौंपने की सरकार की साजिश से ना केवल रेल कार्मिक बल्कि आमजन को भी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
सरकार ने वर्तमान में कोविड़ के नाम पर अधिकांश ट्रेनें बंद कर दी है, जबकि परिवहन सहित अन्य सभी क्षेत्र खुले है, इस देश की जीवन रेखा ठप है, शेष सभी गतिविधियां सुचारु है। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय पुरोहित ने कहा कि आमजन की सुविधा के लिए ही रेल है, जैसे चिकित्सा, बिजली-पानी सहित मूलभूत सुविधाएं, तो ऐसे में सरकार Indian Railway निजीकरण पर आमादा है।
जो बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुरोहित ने कहा कि रेल इस देश के जीवन रेखा है, जबकि सरकार इसको पूरी तरह से व्यवसायिक रूप देना चाहती है। इसका पुरजोर ढंग से विरोध होना चाहिए। सामाजिक कार्यकर्ता नटवर व्यास, एनडब्लूआरईयू के ब्रजेश ओझा, सेवानिवृत्त रेल कार्मिक अशोक पुरोहित, सुशील कुमार आचार्य, प्रेमरतन जोशी, ललित अभाणी सहित बड़ी संख्या में जागरुक लोगों ने अपने-अपने सुझाव रखे। (Indian Railway)