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मालदीव का चीन प्रेम किसी से छिपा नहीं है। मालदीव चीन की शह पर भारत जैसे देश को आंखें दिखाने से बाज नहीं आ रहा। मालदीव जिसने पहले भारत से दुश्मनी मोल ली और अब मालदीव ने भारत को गीदड़भभकी दी है। ऐसा क्या किया मालदीव ने, आईये जानते हैं।

दरअसल मालदीव ने तुर्की से नए ड्रोन खरीदे हैं। तुर्की की कंपनी बायर कतार से ड्रोन खरीदा गया है, जो देश में आ चुके हैं। नोरो-मफारो इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर ये ड्रोन मौजूद है। 15 मार्च को मोइज्जू ने कहा कि मालदीव इन ड्रोन के जरिए बॉर्डर की गश्त करेगा। उन्होंने भारत का बिना नाम लेकर कहा कि दूसरों को इससे चिंता करने की जरूरत नहीं।

वहीं मालदीव नेशनल डिफेंस फोर्स के उद्घाटन के दौरान दोनों मार्च में आयोजित एक कार्यक्रम में मोदी ने यह बात कही। राष्ट्रपति मोइज्जू के आने से भारत संग मालदीव का तनाव बढ़ा हुआ है। मोइज्जू ने कहा कि ये विशाल क्षेत्र हमारे बच्चों और पोते पोतियों के वर्तमान और भविष्य को उज्ज्वल करने के लिए एक आशीर्वाद है। इस क्षेत्र में देखभाल हमारी जिम्मेदारी होनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि मालदीव के लोगों को अपनी सीमा की गश्त का अधिकार है। अगर अन्य समूह मालदीव के क्षेत्रों के बारे में चिंता करते हैं तो मालदीव के लोगों को ज्यादा चिंता होनी चाहिए। मोहम्मद मोइज्जू के सत्ता में आने के बाद से भारत संग तनाव बढ़े हैं। अभी तक भारत और मालदीव साथ मिलकर इस क्षेत्र में गश्त करते थे। इसी के साथ मोदी ने भारत समर्थक विपक्षी दलों पर भी निशाना साधा।

मोइज्जू ने कहा कि एक सच्चाई है कि आज हर किसी को मान लेना चाहिए कि हमारे विचारों में चाहे कितने भी मतभेद क्यों न हो, हमें मालदीव की विचारधारा और मालदीव की पहचान को पहले रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि मालदीव के लोगों को यह मानना छोड़ देना चाहिए कि हम छोटे हैं। मालदीव एक बड़ा देश है।

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