jharkhand news: राशन प्रणाली के माध्यम से जनता को कम कीमत पर या कभी-कभी मुफ्त में भी खाद्यान्न मिलता रहा है। आम तौर पर महीने में एक बार राशन में खाद्यान्न वितरित किया जाता है।
हालांकि, अब इसे महीने में दो बार उपलब्ध कराया जाएगा। झारखंड सरकार ने ग्रीन राशन कार्ड के जरिए लाभार्थियों को महीने में दो बार राशन वितरित करने का फैसला किया है।
ग्रीन राशन कार्ड पर अपेडट जानकारी
त्योहारी महीने के दौरान पश्चिम बंगाल सरकार ने राशन कार्डधारकों के लिए अतिरिक्त खाद्यान्न वितरण की घोषणा की है। राशन कार्ड वाले उपभोक्ताओं की कुछ श्रेणियों को अतिरिक्त खाद्यान्न मिलेगा। हालांकि, झारखंड सरकार के महीने में दो बार राशन देने के फैसले ने कई लोगों को चौंका दिया है। झारखंड सरकार ने पहले ही राशन कार्ड प्रणाली में कई बदलाव किए हैं।
इन बदलावों के बाद सरकार ने ₹1 प्रति किलो की दर से चावल और अन्य खाद्यान्न वितरित करने का फैसला किया। गरीब परिवारों की मदद के लिए सरकार ने 'ग्रीन राशन कार्ड' की शुरुआत की है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अगुवाई वाली सरकार ने गरीबों के कल्याण को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया है। वर्तमान में झारखंड में करीब 17 लाख ग्रीन राशन कार्ड धारक हैं।
सरकार ने 500,000 अतिरिक्त लोगों को ग्रीन राशन कार्ड जारी करने का भी फैसला किया है। बताया गया है कि भविष्य में ग्रीन राशन कार्ड धारकों की संख्या बढ़ाकर 2.5 मिलियन की जाएगी। प्रशासन ने बताया है कि जिन लोगों को दिसंबर 2023 से फरवरी 2024 तक राशन नहीं मिला है, उन्हें अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर में अतिरिक्त राशन दिया जाएगा।
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