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Up Kiran, Digital Desk: जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी के चलते अमरनाथ यात्रा को सुरक्षा कारणों से एक दिन के लिए स्थगित कर दिया गया है। अधिकारियों के अनुसार, बालटाल और पहलगाम दोनों मार्गों से यात्रा रोक दी गई है क्योंकि लगातार बारिश से रास्ते फिसलन भरे हो गए हैं और भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है। यात्रा 18 जुलाई को फिर से शुरू की जाएगी, उससे पहले रास्तों की मरम्मत और सुरक्षा जांच का काम जारी है।

बीआरओ ने तेज़ी से शुरू किया मरम्मत कार्य

क्षेत्र में लगातार बारिश के कारण यात्रा मार्गों की स्थिति खराब हो गई है। ऐसे में सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने अपने कर्मचारियों और मशीनों को तैनात कर मरम्मत का कार्य तेज़ कर दिया है, ताकि 18 जुलाई से यात्रा दोबारा शुरू की जा सके।

अधिकारियों की प्रतिक्रिया

कश्मीर के संभागीय आयुक्त विजय कुमार बिधूड़ी ने बताया कि सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए यह निर्णय लिया गया है कि फिलहाल गुफा की ओर किसी तीर्थयात्री को जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। हालांकि, पंजतरणी शिविर में फंसे तीर्थयात्रियों को विशेष निगरानी में बालटाल की ओर भेजा जा रहा है। मौसम की स्थिति अनुकूल रही तो यात्रा अगले दिन से दोबारा शुरू हो जाएगी।

भूस्खलन में महिला की मौत, तीन घायल

इस निर्णय से एक दिन पहले बालटाल मार्ग पर रेलपथरी इलाके में हुए भूस्खलन में राजस्थान की एक महिला तीर्थयात्री की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए। अधिकारियों के मुताबिक, अचानक हुई मूसलधार बारिश से ज़ेड-मोड़ के पास पहाड़ी से मलबा और चट्टानें खिसककर रास्ते पर आ गिरीं, जिससे यह हादसा हुआ।

इस हादसे के साथ इस साल अमरनाथ यात्रा के दौरान मृतकों की संख्या बढ़कर 15 हो गई है।

अब तक 2.47 लाख श्रद्धालुओं ने किए दर्शन

इस वर्ष 3 जुलाई से शुरू हुई अमरनाथ यात्रा में अब तक 2.47 लाख से अधिक श्रद्धालु 3,880 मीटर ऊँचे गुफा मंदिर में दर्शन कर चुके हैं। चार लाख से ज्यादा लोग ऑनलाइन पंजीकरण करवा चुके हैं। पिछले साल यह संख्या 5.10 लाख तक पहुंची थी। बर्फ से बने प्राकृतिक शिवलिंग के दर्शन के लिए यह 38 दिवसीय तीर्थयात्रा 9 अगस्त को समाप्त होगी।

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