JNU: TMC नेताओं को कैंपस में नहीं मिल रही एंट्री, पुलिस ने बताई वजह

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दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्विविद्यालय यानी जेएनयू में कल देर रात छात्रों के साथ हिंसा की गई है. इस बर्बर हिंसा में लोगों ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने इसमें गुंडों को मदद की है. जिसके बाद देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे है. बता दें कि परिसर में छात्रसंघ के प्रदर्शन के बीच रविवार शाम नकाबपोशों लोगों ने छात्रों पर हमला बोल दिया। हथियारों से लैस नाकाबपोश जेएनयू कैंपस में घुस गए और करीब चार घंटे तक परिसर में बवाल मचाते रहे।

आपको बता दें कि अज्ञात नकाबपोशों ने साबरमती हॉस्टल, साबरमती टी-प्वाइंट सहित कई हॉस्टल में जमकर तोड़फोड़ की। जेएनयू के छात्रों ने आरोप लगाया है कि साबरमती टी-प्वाइंट के पास जब नकाबपोशों ने हमला किया, तब वहां दिल्ली पुलिस के जवान मौजूद थे। मगर पुलिसकर्मियों ने छात्रों को बचाने की जहमत नहीं उठाई।

वहीँ बताया जा रहा है कि हमलावरों ने शिक्षकों को भी नहीं बख्शा और हथियारों से लैस होकर तांडव मचाते रहे। इसके बाद जेएनयू के छात्रों ने दिल्ली पुलिस मुख्यालय का घेराव किया और अमित शाह ने भी दिल्ली पुलिस से रिपोर्ट तलब की है। दिल्ली पुलिस ने बताया कि जेएनयू के बाहर गेट पर तकरीबन 700 पुलिस जवानों को तैनात किया गया है। वहीं, इसके अलावा टीएमसी के नेताओं को पुलिस ने जेएनयू परिसर में जाने की इजाजत नहीं दी है।

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